मुजफ्फरनगर। निकाह के दौरान दूल्हे और उसके पिता ने दहेज में ट्रैक्टर के साथ नकदी की मांग रख दी। किसी तरह ट्रैक्टर का इंतजाम किया गया। लेकिन प्रत्येक बराती की पांच सौ रुपये की मिलाई करने की भी शर्त रखी गई। उधर, जानकारी मिलते ही दुल्हन ने निकाह करने से इन्कार कर दिया। दुल्हन के फैसले के बाद बरात को बैरंग लौटना पड़ा। हालांकि दुल्हन पक्ष ने दूल्हे और उसके परिजनों को रोक लिया है।

शामली जनपद के थानाभवन क्षेत्र के एक गांव से मंगलवार को मुजफ्फरनगर के गांव कुल्हेड़ी बरात आई। बरात में शामिल मेहमानों की खूब आवभगत की गई। वहीं शाम के समय निकाह की तैयारी चल रही थी। इसी दौरान दूल्हे के पिता ने ट्रैक्टर के साथ नकदी और 85 मेहमानों की पांच-पांच सौ रुपये से मिलाई करने की शर्त रख दी। इस पर मामला बिगड़ गया।

बताया गया कि दुल्हन का पिता 7.50 लाख रुपये का ट्रैक्टर खरीद कर ले आया था, लेकिन दूल्हे की शर्त जब दुल्हन को पता चली तो उसने निकाह करने से मना कर दिया। पिता ने भी दहेज लालची पति के साथ बेटी का निकाह से इनकार कर दिया। काफी देर चले हंगामे के बाद बरातियों को बिना दुल्हन वापस लौटने को मजबूर होना पड़ा। लेकिन सगाई और शादी में खर्च हुए करीब 10 लाख रुपये की रकम के लेन-देन को लेकर दूल्हे, उसके पिता और भाई समेत पांच लोगों को कुल्हेड़ी में रोक लिया। सूचना पर पुलिस पहुंची। वहीं पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच वार्ता चल रही है।

पीड़ित परिजनों ने बताया कि दो साल पहले सगाई हुई थी। उन्होंने करीब 2.50 लाख रुपये खर्च किए थे। लेकिन मंगलवार को निकाह से पहले ट्रैक्टर के ऊपर नकदी रखने और 85 मेहमानों की मिलाई करने पर बात बिगड़ गई। उन्हें बेटी के भविष्य के लिए यह रिश्ता तोड़ना पड़ा।