गैंगस्टर 14 (ए) के तहत 31.77 करोड़ की संपत्ति पर जब्तीकरण की कार्रवाई से हाजी याकूब कुरैशी का रुतबा कम होगा। याकूब परिवार की मर्सिडीज, रेंजर रोवर, जगुआर, ऑडी सहित 32 महंगी गाड़ियों से लेकर उनकी तीनों कोठियों पर पुलिस का कब्जा होगा।

याकूब की 10 गांवों में जमीन मिली हैं। हॉस्पिटल और स्कूल सहित अन्य संपत्ति को भी जब्त किया जाएगा। पुलिस ने पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर से संपत्ति का आंकलन कराने के बाद डीएम से जब्तीकरण की अनुमति मांगी थी।

डीएम से जब्तीकरण का आदेश सीओ किठौर को मिल गया है। पुलिस ने बताया कि अवैध तरीके से मीट फैक्टरी चलाकर याकूब ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। पुलिस ने काफी तहकीकात करने के बाद डीएम को फाइल भेजी थी।

सीओ के अनुसार याकूब की जाहिदपुर, पीपलीखेड़ा, शकरपुर, दरियागंज, आड़, अलीपुर सहित 10 गांव में जमीन मिली है। यहां पर कुछ निर्माण भी हुआ है। याकूब व उसके दोनों बेटे इमरान, फिरोज और पत्नी संजीदा बेगम की संपत्ति की भी जानकारी जुटाई गई है।

इसमें याकूब, पत्नी संजीदा बेगम की सराय बहलीम कोतवाली में दो कोठी, जाहिदपुर में एक कोठी सहित छह जगह भवन मिले हैं। इसके अलावा याकूब और उसके बेटे इमरान, फिरोज के नाम मर्सिडीज, जगुआर, रेंजर रोवर, स्पोर्ट्स बाइक सहित नौ महंगी गाड़ियां मिली हैं। इसके अलावा उनकी अलफहीम मीटेक्स कंपनी के नाम से 23 गाड़ियां हैं। इसमें इनोवा, पांच स्कॉर्पियो, पजेरो, बुलेरो सहित अन्य हैं।

एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि मंगलवार से इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। याकूब की मीट फैक्टरी पर एमडीए की सील लगी है। फैक्टरी में कई साझेदार हैं, उसको अभी जब्त नहीं किया जा सकता है। पुलिस की 10 टीमें बना दी गईं हैं। अलग-अलग जगह पर संपत्ति है, जिसको जब्त करने में समय लगेगा। मीट फैक्टरी और गैंगस्टर की कार्रवाई पर याकूब पक्ष के अधिवक्ता ने कोर्ट में मजबूत पैरवी की है। याकूब के दोनों बेटों को जमानत मिली है, लेकिन पुलिस द्वारा 31 मार्च 2022 को दर्ज मुकदमे से जुड़े मजबूत साक्ष्य जुटाने के प्रयास किए गए।

तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने याकूब के खिलाफ दर्ज मुकदमे का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि संगठित गैंग बनाकर अवैध मीट फैक्टरी चलती पकड़ी गई। इसके आधार पर ही कार्रवाई होगी।

डीएम द्वारा जब्तीकरण का आदेश करने के बाद पुलिस ने याकूब और उनके परिवार को नोटिस भेज दिया है। सीओ किठौर रूपाली राय चौधरी का कहना है कि याकूब की अभी और भी संपत्ति बची है। फिलहाल जिसके आदेश हुए है, उसे जब्त करने के लिए पुलिस टीम बनाई है। याकूब कुरैशी की अरबों की संपत्ति मिली है और संपत्तियों को चिह्नित करने का काम जारी है।

पुलिस का दावा है कि वर्ष 2019 से याकूब की फैक्टरी पर सील लगी थी। इसके बावजूद फैक्टरी को गुपचुप तरीके से चलाया गया। इसका रिकॉर्ड भी पुलिस के पास है। अवैध तरीके्रसे धन अर्जित करके याकूब ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। पुलिस ने इस मामले में 245 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की है।