मुजफ्फरनगर जिला अस्पताल के आर्थोपेडिक सर्जन 55 वर्षीय डॉ. एमआर सिंह का बीमारी के चलते सोमवार को निधन हो गया। डॉ. एमआर सिंह कई महीनों से पेट और लीवर की बीमारियों से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर सुन जिला अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई। एमआर सिंह के परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा और बेटी हैं।

मूल रूप से गांव बाड़ा जिला खुर्जा निवासी डा. एमआर सिंह (मेघराज सिंह ) वर्ष 2013 में जिला अस्पताल बतौर वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक सर्जन के पद पर तैनात हुए थे। परिजनों के अनुसार एमआर सिंह ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की डिग्री लेने के बाद आर्थोपेडिक सर्जरी में गोरखपुर विश्वविद्यालय से एमएस किया था। उनकी पहली पोस्टिंग 1998 में सहारनपुर जिले के रामपुर मनिहारान में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के पद पर हुई थी। सहारनपुर में 15 वर्ष से अधिक समय तक अपनी सेवा देने के बाद उनका ट्रांसफर मुजफ्फरनगर जिला अस्पताल में हो गया था।

जिला अस्पताल मुजफ्फरनगर में तैनाती के दौरान पिछले कुछ माह से वह बीमार चल रहे थे। सोमवार सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें नगर के एक निजी नर्सिंग होम में एडमिट कराया गया। लेकिन उपचार के दौरान उनका निधन हो गया।

पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि बेटी बीटेक कर नोएडा में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही है। जबकि उनका बेटा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एमबीबीएस कर रहा है। परिजन चिकित्सक के शव को उनके पैतृक गांव लेकर रवाना हो गए। जहां उनका अंतिम संस्कार सोमवार को ही किया जाएगा।

डॉ. एमआर सिंह परिवार सहित जिला अस्पताल के चिकित्सक आवास में ही रह रहे थे। जिला अस्पताल में शोक सभा का आयोजन कर डॉक्टर एम आर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जिसमें सीएमओ, सीएमएस और जिला अस्पताल के चिकित्सक तथा अन्य पैरामेडिकल स्टाफ शामिल रहा।