सिसौली (मुजफ्फरनगर)। भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने प्रयागराज में हुए अतीक अहमद और अशरफ अहमद हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि चार दिन में परिवार तहस-नहस कर दिया गया। सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन्हें न्याय व्यवस्था पर विश्वास नहीं है। सजा देने का काम न्यायालय का है। कोर्ट का सम्मान नहीं किया जा रहा है। हत्या के आरोपियों ने राम को बदनाम करने के लिए जय श्रीराम के नारे लगाए। राम पूजनीय हैं। तानाशाही सरकार के पास धन की ताकत है।
सोमवार को पट्टी सूंडियान स्थित भाकियू अध्यक्ष के घेर में संगठन की मासिक पंचायत का आयोजन किया गया। पुलिस से जुड़े मुद्दे छाए रहे। टिकैत ने कहा कि किसानों को संयम की जरूरत है। संगठन मजबूत होगा तो किसान मजबूत होंगे। परीक्षा की घड़ी है। किसानों का अज्ञातवास चल रहा है। केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा 2024 में दोबारा सरकार बनाने में कामयाब हो गए तो किसान -मजदूरों को नहीं छोड़ेंगे। पुलिस प्रशासन बेलगाम है। सरकार किसानों के साथ किसी मुद्दे पर कोई बातचीत करना नहीं चाहती।
भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की भी सुनवाई नहीं हो रही है। किसानों को मीटर लगाने के नाम पर परेशान किया जा रहा है। भाजपा तोड़ने का काम कर रही है। किसानों को पार्टी, जाति, बिरादरी से हटकर काम करना होगा। अधिकारी सामाजिक फैसलों को नहीं मान रहे हैं।
भाकियू अध्यक्ष ने सरकार की फ्री अनाज योजना का जिक्र करते हुए कहा यह आम आदमी के साथ भद्दा मजाक है। युवाओं को रोजगार की आवश्यकता है, फ्री अनाज कि नहीं। पंचायत की अध्यक्षता निजानंद और संचालन ओमपाल मलिक ने किया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, विकास शर्मा मोनू प्रधान, गुलबहार, ओमपाल बंजी, ओमपाल सिंह बालियान, बाबूराम तोमर, मान सिंह मलिक, जितेंद्र चौधरी, सरदार अमीर सिंह, प्रमोद गूलिया, प्रमोद सिरोही, प्रदीप शर्मा, सन्नी पंवार, गुलबहार राव, बिट्टू, राजा गुर्जर, शशि गुर्जर और कविता मलिक मौजूद रहीं।
भाकियू अध्यक्ष चौधरी ने पंचायत में यह कहा कि सर्वसमाज चुनाव में भाईचारा कायम रखें। सभी लोग परिवार है, सभी इच्छा अनुसार वोट करने के लिए स्वतंत्र हैं।
भाकियू नेता गौरव टिकैत ने कहा कि सरकार भाकियू कार्यकर्ताओं पर दबाव डालकर भाजपा में शामिल करवाना चाहती है। सरकार की नीतियों के कारण किसान मजदूर वर्ग खत्म होने के कगार पर है। पुलिस प्रशासन बेलगाम हो गए हैं।