मुजफ्फरनगर। भाजपा पदाधिकारियों द्वारा देह व्यापार के आरोपी जितेंद्र तेवतिया को किसान प्रकोष्ठ का जिला उपाध्यक्ष बनाए जाने पर हुई किरकिरी से एक दिन बाद ही उसकी नियुक्ति को रद्द कर दिया गया। भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला का कहना है कि मामला पार्टी के वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आया, तो उन्होंने जितेंद्र की नियुक्ति को निरस्त कर दिया है।

कोचिंग सेंटर पर देह व्यापार के मामले के आरोप में जितेंद्र तेवतिया को नई मंडी पुलिस ने मार्च 2018 में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बुधवार को भाजपा किसान मोर्चा की जिला इकाई में डॉ. जितेंद्र तेवतिया को उपाध्यक्ष बनाया था। कुछ लोगों ने पूरे प्रकरण को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था, जिससे भाजपा की किरकिरी हो रही है। इसकी जानकारी मिलने पर बृहस्पतिवार को पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उन्हें पद से हटाने के निर्देश दिए। जिस पर दोपहर तक ही उनकी नियुक्ति को निरस्त कर दिया गया। पार्टी के जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला ने बताया कि मामला संज्ञान में आने पर डॉ. जितेंद्र तेवतिया की नियुक्ति को निरस्त कर दिया गया है। उधर, जितेंद्र तेवतिया का कहना है कि उक्त घटना में उन्हें फर्जी फंसाया गया था। एफआईआर में उनका नाम नहीं था। घटना के कुछ दिनों बाद पुलिस ने उन्हें इस घटना में शामिल दर्शा कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। यह मामला अब कोर्ट में विचाराधीन है।