मुजफ्फरनगर। उप्र परिवहन निगम की इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन खराब होने के बाद बिगड़ी रोडवेज बसों के आवागमन की व्यवस्था अभी तक सुधर नही पाई हैं। 30 परिचालक वापस लौट आए है, 16 परिचालकों की रिपोर्ट मंगलवार को भेजी है। परिचालकों के न आने के कारण एक दर्जन बसें बस अड्डे में खड़ी हैं। इस कारण पानीपत, करनाल, रुड़की, हरिद्वार मार्ग के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा हैं।
उप्र परिवहन निगम की इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन 25 अप्रैल से ठप है। इस कारण सभी बसों के परिचालकों को हाथों से टिकट बनाने पड़ रहे हैं। इस व्यवस्था से बसों के संचालन की व्यवस्था चरमरा गई हैं। काफी काफी देर बाद बसों का संचालन हो रहा हैं जिससे यात्री समय पर नहीं पहुंच पा रहे। हाथ से टिकट बनाने के कारण बसों के संचालन की व्यवस्था पर प्रभाव पड़ा हैँ। सबसे ज्यादा हरिद्वार मार्ग के यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही हैं।
हाथ से टिकट बनाने में परिचालकों को भी परेशानी उठानी पड़ रही हैं। परिचालक को हाथ से बनाने के बाद अपने अंतिम स्टेशन पर पहुंचने पर सभी टिकटों का हिसाब बनाना होता है। इसके बाद ही वह दूसरे यात्रियों को बैठाकर वापस आ पाता हैं, जबकि इलेक्ट्रानिक टिकटिंग मशीन से टिकट बनते ही हिसाब खुद ही तैयार हो जाता था। इससे बस चालक परिचालक अपनी बस के निर्धारित फेरे व किलोमीटर आसानी से पूरे कर लेते थे। मगर, अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।
इलेक्ट्रानिक टिकटिंग मशीन खराब होने से व्यवस्था कुछ बिगड़ी है। मगर, हाथ से टिकट बनाने की प्रकिया से व्यवस्था में सुधार हुआ हैं। कुछ बसों का संचालन रुका है। यह बस भी जल्द चलाई जाएंगी। – भुवनेश्वर कुमार, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, परिवहन निगम, मुजफ्फरनगर डिपो