मुजफ्फरनगर। जिले की चार चीनी मिलों ने इथेनाल के लिए इस वर्ष रिकार्ड 526 लाख 62 हजार क्विंटल बी हैवी शीरा बनाया है। एक क्विंटल गन्ने से साढ़े छह प्रतिशत शीरा इन मिलों को मिला है। इस शीरे से 33 से 35 प्रतिशत तक इथेनॉल तैयार हो रहा है, जो बाजार में 56 से 60 रुपये लीटर तक बिक रहा है।
पेट्रोल में इथेनॉल का प्रयोग करने के निर्णय के बाद जिले की चार चीनी मिल बी हैवी शीरा बना रही है। खतौली, खाईखेडी, मंसूरपुर और भैसाना चीनी मिल ने इस सत्र में रिकार्ड 526.62 लाख क्विंटल बी हैवी शीरे का उत्पादन किया है। चीनी मिल एक क्विंटल गन्ने से साढ़े छह प्रतिशत बी हैवी और साढ़े चार प्रतिशत सी हैवी शीरा प्राप्त कर रही है। बी हैवी शीरे से 33 से 35 प्रतिशत तक इथेनॉल तैयार हो रहा है।
चीनी मिलों का इथेनॉल 56 से 60 रुपये लीटर पेंट्रोलियम कंपनियों को जा रहा है। चीनी मिलों ने इस बार इथेनॉल के माध्यम से भी बड़ी आमदनी की है। अगले सत्र में सभी आठ चीनी मिलों में बी हैवी शीरा बनाने की तैयारी है। डीसीओ ओमप्रकाश सिंह का कहना है कि सरकार की मांग के अनुरूप चीनी मिले इथेनॉल की मात्रा लगातार बढा रही है।
चीनी मिल बी हैवी शीरा
खतौली 242.78
भैसाना 62.02
मंसूरपुर 145.72
खाईखेड़ी 76.10
कुल योग 526.62
(नोट : मात्रा लाख क्विंटल में)
जिले में आठ चीनी मिले हैं, इनमें केवल चार चीनी मिल खतौली, मंसूरपुर, खाईखेड़ी और भैसाना ही इथेनॉल के लिए बी हैवी शीरा बना रही हैं। चीनी मिल खतौली के प्रबंध तंत्र का कहना है कि उनकी चीनी की रिकवरी 1.42 प्रतिशत घटी है, जो इस बार केवल 9.86 प्रतिशत रह गई है। मंसूरपुर चीनी मिल प्रबंध तंत्र का कहना है कि उनकी रिकवरी 1.30 प्रतिशत घटी है। उनके यहां चीनी की रिकवरी 9.42 प्रतिशत रही है। खाईखेड़ी की रिकवरी 10.46 प्रतिशत और भैसाना की 10.13 प्रतिशत रही है। जिला गन्ना अधिकारी ओमप्रकाश सिंह का कहना है कि जिले की चीनी मिलों में इस बार बी हैवी शीरे के उत्पादन से 1.32 प्रतिशत की रिकवरी कम हुई है। जिले में चीनी की कुल रिकवरी 10.24 प्रतिशत रही है।