मुजफ्फरनगर के सोरम में गुरुवार को हुई सर्वखाप व सर्व समाज की पंचायत में पहलवानों को लेकर फैसला नहीं सुनाया गया। अब शुक्रवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र में होने वाली पंचायत में पहलवानों के लिए अहम फैसला सुनाया जाएगा। सवाल है कि आखिर शुक्रवार का दिन पहलवानों के लिए कितना असरदार रहेगा और चौधराहट की ताकत कितना बदलाव लाएगी?
सोरम में हुई पंचायत से एलान किया गया कि समाधान होने तक पहलवानों के लिए संघर्ष जारी रहेगा। खापों के प्रतिनिधि राष्ट्रपति और गृहमंत्री से मिलेंगे। पंचायत ने फैसला सुरक्षित कर लिया और शुक्रवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र की पंचायत में सर्वसम्मति से सुनाया जाएगा।
मुजफ्फरनगर के वैदिक कन्या इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित सर्वखाप, सर्वसमाज प्रतिनिधियों की पंचायत में क्षेत्र के आमजन भी शामिल हुए। पंचायत में केंद्र सरकार पर निशाने साधे गए। पहलवानों के समर्थन में सर्वसमाज को एकजुट कर बड़े आंदोलन की रणनीति तैयार करने की बात उठी। सरकार को कठघरे में खड़ा किया गया।
बालियान खाप के चौधरी एवं भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत, पालम 360 के चौधरी सुरेंद्र सोलंकी, गठवाला खाप के थांबेदार श्याम सिंह मलिक, हरियाणा की कंडेला खाप के ओमप्रकाश, लाटियान खाप के चौधरी वीरेंद्र लाटियान, सर्वखाप मंत्री सुभाष बालियान, भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत समेत अन्य चौधरियों और थांबेदारों ने मंच पर ही फैसले के लिए काफी देर तक मंत्रणा की।
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि फैसला सुरक्षित कर लिया गया है। कुरुक्षेत्र की पंचायत में आने वाले लोगों के बीच फैसला रखा जाएगा। बेटियों की पीड़ा को अब राष्ट्रपति के समक्ष उठाया जाएगा।
सोरम की सर्वखाप सर्वजातीय पंचायत में पहलवानों के समर्थन में नारा भी गूंजा। मंच से जय जवान, जय किसान और जय पहलवान का नारा दिया गया।
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार लोगों की ताकत को जातियों में बांटने का काम कर रही है। गुर्जर और राजपूत समाज के लोगों को एकजुट हो जाना चाहिए। योद्धा की कोई जाति नहीं होती है।