नई दिल्ली! जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस में शामिल हो गए. राहुल गांधी ने दोनों युवा नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई.कांग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया कुमार ने बताया कि आखिर उन्होंने इस पार्टी में शामिल होने का फैसला क्यों किया?
मीडिया से मुखातिक होते हुए कन्हैया कुमार ने कहा, “मैं कांग्रेस पार्टी इसलिए ज्वाइन कर रहा हूं क्योंकि मुझे ये महसूस होता है कि इस देश में कुछ लोग वो सिर्फ लोग नहीं है वो एक सोच हैं. वो इस देश की सत्ता पर न सिर्फ काबिज हुए हैं, इस देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, इसका मूल्य, इसका इतिहास, इसका वर्तमान और इसका भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं…हमने ये चुनाव किया है कि हम इस देश की सबसे पुरानी पार्टी, सबसे लोकतांत्रिक पार्टी में इसलिए शामिल होना चाहते हैं कि हमको लगता है और इस देश के लाखों लोगों को लगने लगा है कि अगर कांग्रेस नहीं बचा तो ये देश नहीं बचेगा.”
कन्हैया कुमार ने कहा कि देश 1947 से पहले वाली स्थिति में चला गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी वो पार्टी है जो महात्मा गांधी की विरासत को लेकर आगे चलेगी. लोकसभा में 545 सीटें हैं, इसमें दो सौ सीटें लगभग ऐसी हैं जहां बीजेपी के सामने कांग्रेस के अलावे कोई विकल्प नहीं है. कांग्रेस पार्टी एक बड़ी जहाज है, अगर ये पार्टी बचेगी तो इस देश के लाखों करोड़ों नौजवानों की अकाक्षाएं बचेंगी. भगत सिंह के सपनों का भारत बचेगा और बाबा साहेब की समानता की भारत का निर्माण संभव हो पाएगा. इसके साथ ही उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया का भी धन्यवाद किया.
जिग्नेश मेवाणी ने कहा, “मैं कानूनी वजह से औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल नहीं हो सका. मैं एक निर्दलीय विधायक हूं, अगर मैं किसी पार्टी में शामिल होता हूं, तो मैं विधायक के रूप में नहीं रह सकता… मैं वैचारिक रूप से कांग्रेस का हिस्सा हूं, आगामी गुजरात चुनाव कांग्रेस के चुनाव चिह्न से लड़ूंगा.”
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “लोकतंत्र और भारत के विचार को बचाने के लिए, मुझे उस पार्टी के साथ रहना होगा जिसने स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और अंग्रेजों को देश से बाहर निकाला. इसलिए मैं आज यहां कांग्रेस के साथ हूं.”