मुजफ्फरनगर। रुड़की रोड के डलावघर को बंद कर दिए जाने से नाराज सफाईकर्मियों ने शहर के सात वार्डों में हड़ताल कर दी है। सफाई कर्मचारी संघ ने इसको लेकर पालिका प्रशासन को नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे में समाधान न होने पर कामबंद हड़ताल की चेतावनी दी थी। इस पर पालिका प्रशासन के द्वारा कोई निर्णय नहीं करने से क्षुब्ध सफाई कर्मियों ने समस्या के समाधान होने तक सात वार्डों में सफाई कार्य बंद करने के साथ ही आंदोलन शुरू कर दिया है।
रुड़की रोड पर रामपुरी गेट के पास सड़क पर ही नगरपालिका परिषद् के द्वारा खुला कूड़ा डलावघर बनाया हुआ है। यहां पर एक प्लॉट के सामने इस क्षेत्र के करीब सात वार्डों से निकलने वाला कूड़ा प्रतिदिन सुबह और शाम को सफाई कर्मचारियों द्वारा रेहडों से पहुंचाया जाता और फिर जेसीबी मशीन से इस कूड़े को यहां से उठाकर सोलिड वेस्ट मैंनजमेंट प्लांट में पहुंचाए जाने की व्यवस्था थी। इस कूड़ा डलावघर को रातों रात ही बंद कर दिया गया।

इसके साथ ही मिट्टी भराव कराकर टाइल्स लगा दी गई और निजी चौकीदारों को तैनात कर जबरदस्ती यह कूड़ा डलाव घर कब्जा लिया गया। यहां पर सफाई कर्मचारियों को कूड़ा नहीं डालने दिया जा रहा है। चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के आदेश का भी पालन नहीं हुआ। डलावघर बंद होने के पीछे शहर के एक बड़े नेता का हाथ बताया जा रहा है। सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष चमनलाल ढिंगान और महामंत्री अरविंद उर्फ सोनू मचल ने पालिका प्रशासन को नोटिस जारी करते हुए इस कूड़ा डलाव घर को खुलवाने की मांग के साथ ही 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। कार्रवाई नहीं होने पर सात वार्डों में सफाई कर्मचारियों ने कामबंद हड़ताल कर दी है। संघ के अध्यक्ष चमनलाल ढिंगान ने बताया कि रुड़की रोड पर कूड़ा डलाव घर पर करीब सात वार्डों से निकलने वाले कूड़े को पहुंचाया जाता है। इसके बंद होने के बाद कर्मचारियों को करीब एक किलोमीटर दूर जिला अस्पताल के डलाव घर पर कूड़ा ढोने के लिए विवश होना पड़ा है। ईओ हेमराज का कहना है कि हमने डलावघर बंद नहीं किया है।