मुजफ्फरनगर, पुरकाजी। पुरकाजी-लक्सर मार्ग पर अवैध अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस पर पदाधिकारियों के साथ धक्का मुक्की करने का आरोप लगाते हुए भाकियू तोमर के कार्यकर्ताओं ने थाने पर धरना दिया। चेतावनी दी कि जब तक दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होगी धरना जारी रहेगा। सीओ सदर के जांच के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हो गया।
पुरकाजी लक्सर मार्ग पर बृहस्पतिवार को भाकियू तोमर के पदाधिकारी विरोध करने पहुंचे थे। इसी दौरान पुलिसकर्मियों व भाकियू नेताओं के बीच खींचतान हुई थी। भाकियू नेता परवेज एडवोकेट और विशाल चौधरी का पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करने का वीडियो वायरल हुआ था।
सोमवार सुबह करीब 11 बजे भाकियू नेताओं ने पुराने हाईवे पर थाने के सामने धरना शुरू कर दिया। करीब 12 बजे धरने पर पहुंचे ब्लॉक अध्यक्ष अजय त्यागी सभी लोगों को थाने पर ले गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गए। जिलाध्यक्ष अखिलेश चौधरी ने कहा कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर लोगों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
अतिक्रमण हटाने से पहले कोई नोटिस आदि नहीं दिया गया और प्रशासन द्वारा हिटलरशाही दिखाकर अतिक्रमण हटाया गया है। विरोध करने पर भाकियू तोमर के नेताओं के साथ पुलिस ने दुर्व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि अभी अतिक्रमण ही हटा है। जमीन पर कब्जा हम लोगों का ही है। हम लोग कोर्ट के माध्यम से शासन से अपने नुकसान का मुआवजा लेंगे। पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होने तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष गुर्जर ने आरोप लगाया कि पुलिस लोगों का उत्पीड़न कर रही है। पुलिस कर्मियों ने जान बूझकर भाकियू तोमर के पदाधिकारियों से धक्का मुक्की कर उनका अपमान किया है। उत्तराखंड जिलाध्यक्ष विकेश बालियान, जिला उपाध्यक्ष जावेद बाबर, मोहम्मद राशिद, प्रवेज अहमद, विशाल चौधरी, जावेद सलमानी, अजय त्यागी, शमशाद अहमद, मोहम्मद इरशाद ने भी विचार रखे।
करीब ढाई बजे सीओ सदर यतेंद्र नागर धरने पर पहुंचे। उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। जिस पर सीओ सदर को अपनी मांगों का ज्ञापन देकर धरना समाप्त कर दिया गया। इस दौरान विशेष त्यागी, शहजाद तुर्क, गुड्डू पधान, कोमल शर्मा, रब्बान मलिक, सलमान मलिक, विशाल फरीदी, निसार अहमद आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।