शामली। जिला अस्पताल में तैनात दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों ने दो माह से वेतन नहीं मिलने के विरोध में धरना दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक वेतन नहीं मिलेगा, तब तक वे कार्य नहीं करेंगे। सीएमएस ने कर्मचारियों व ठेकेदार को बुलाया। इसके बाद ठेकेदार को फटकार लगाते हुए तीन दिन में वेतन देने और उनके जीपीएफ का भुगतान शीघ्र करने के आदेश दिए।
जिला अस्पताल की व्यवस्था संभालने के लिए आउट सोर्सिंग पर शासन ने 27 कर्मचारियों की तैनाती कर रखी है। इनमें वार्ड ब्वॉय, सफाई कर्मचारी, वार्ड आया, प्लंबर, बिजली वाला, धोबी पद शामिल हैं। इन सभी को जेम पोर्टल कंपनी भुगतान करती है। कर्मचारियों को अप्रैल व मई माह का वेतन नहीं मिला, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है। कई बार कंपनी के ठेकेदार से शिकायत की, लेकिन हर बार उनको आश्वासन देकर टरका दिया जा रहा था। इसके विरोध में कर्मचारियों ने सोमवार को जिला अस्पताल परिसर में धरना देकर कार्य ठप कर दिया। साथ ही चेतावनी दी कि जब तक उनको वेतन नहीं मिल जाता, तब तक वह धरना समाप्त नहीं करेंगे। सूचना पर सीएमएस डाॅ. अंजू जोधा ने कंपनी के ठेकेदार व कर्मचारियों को बुलाया। ठेकेदार से पूछा कि क्यों वेतन नहीं दिया जा रहा है तो बताया कि बिल में दिक्कत आ रही है, जिससे वेतन देने में परेशानी हो रही है। सीएमएस ने कंपनी ठेकेदार को फटकार लगाई और कहा कि यदि तीन दिन में वेतन नहीं मिला तो उनकी कंपनी को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा। साथ ही दूसरी कंपनी को ठेका दिया जाएगा। ठेकेदार ने जल्द ही वेतन देने का आश्वासन दिया। इस मौके पर हिमांशु, आसिफ, दीपक, काजल, गीता आदि मौजूद रहे।