मुजफ्फरनगर। गांव रोनी हरजीपुर प्रकरण में लापरवाही पर हल्का लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। उधर, दो साल ड्यूटी से नदारद लेखपाल गौरव को भी निलंबित किया गया है। कार्यमुक्ति की तैयारी की जा रही है।
चरथावल विकास खंड के रोनी हरजीपुर में बिना अनुमति के सरकारी स्कूल की भूमि पर महाराजा पृथ्वीराज चौहान के सेनापति रहे धीर सिंह पुंडीर की मूर्ति लगाने के मामले में कार्रवाई शुरू हो गई है। एसडीएम सदर परमानंद झा ने रोनी हरजीपुर के लेखपाल मनीष कुमार को गंभीर लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही विभागीय कार्यवाही भी सुनिश्चित करते हुए नायब तहसीलदार हरेन्द्र पाल सिंह को जांच सौंपी है।
उधर, करीब दो साल से ड्यूटी से बिना अनुमति के नदारद रहने वाले लेखपाल गौरव कुमार को भी एसडीएम ने निलंबित किया है। गौरव कुमार को ड्यूटी पर आने के लिए कई बार पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया गया, लेकिन वे नहीं लौटे। इस पर एसडीएम ने निलंबन आदेश जारी कर दिया है। एसडीएम ने बताया कि लेखपाल की सेवा समाप्त किए जाने की कार्रवाई चल रही है।
एसडीएम सदर परमानंद झा ने गांव ढिंढावली की लेखपाल सोनिका कुमारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। सोनिका केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान के गांव कुटबी की रहने वाली है। उनकी ड्यूटी पास के ही गांव ढिंढावली में चल रही थी। आरोप है कि उनके स्थान पर उनके पिता को ड्यूटी करते हुए पाया गया। इसके साथ ही सोनिका पर अधिकारियों के साथ अभद्रता करने के भी आरोप हैं।