शामली। गांव लांक निवासी मानसी मलिक का सेना में लेफ्टिनेंट पद पर चयन हुआ है। इस सफलता पर परिवार और गांव में खुशी का माहौल है। परिजनों का कहना है कि बेटी ने इस पद पर चयनित होकर परिवार के साथ गांव का नाम रोशन किया है।
सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित हुई गांव लांक निवासी मानसी मलिक को नौवीं रैंक मिली है। मानसी की बड़ी बहन दीपा मलिक शामली में कांबोज कालोनी में रहती है। दीपा ने बताया कि मानसी की प्रारंभिक शिक्षा गांव में हुई। इसके बाद उच्च शिक्षा दिल्ली में प्राप्त की। उनके पिता लोकेंद्र मलिक दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर है और मां अंजू मलिक गृहणी है। मानसी मलिक अपने माता-पिता के साथ दिल्ली में रहती है। गांव में उनके ताऊ श्यामपाल मलिक परिवार सहित रहते हैं। मानसी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की। दो साल की मेहनत के बाद सफलता मिली है। मानसी ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार को दिया है। उनकी सफलता पर परिवार के साथ गांव में खुशी का माहौल है।
मानसी को गांव लांक में लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित होने वाली पहली महिला होने का गौरव प्राप्त हुआ है। मानसी की दो बड़ी बहन अक्षिता मलिक जिला बागपत के गांव अहेड़ा के उच्च प्राथमिक विद्यालय में और दीपा मलिक शामली जनपद के गांव ढिंढाली में उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं। छोटा भाई रोहन मलिक दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। आदर्श प्राथमिक विद्यालय लांक नंबर एक की प्रधानाध्यापिका सुवासिनी ने मानसी की सफलता पर उसे व उसके परिवार को बधाई दी है। परिजनों का कहना है कि मानसी मलिक ने सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित होकर परिवार के साथ गांव का नाम रोशन किया है।