मेरठ । लखीमपुर खीरी में हुए विवाद में किसानों की मौत के बाद पश्चिमी यूपी के सभी जिलों में भारतीय किसान यूनियन आक्रोश जता रही है। मेरठ, मुजफ्फरनगर समेत सभी जिलों में भाकियू कार्यकर्ताओं ने आज कलक्ट्रेट का घेराव करने का एलान किया है। वहीं किसानों के आक्रोश को देखते हुए सभी जिलों में पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। वहीं वेस्ट यूपी के सभी जिलों से किसान कार्यकर्ता लखीमपुर खीरी के लिए कूच कर रहे हैं। इसे देखते हुए बागपत में ईस्टर्न पेरिफेरल वे पर पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
किसानों के समर्थन में सपा, कांग्रेस व अन्य राजनैतिक दल भी किसानों के साथ कलक्ट्रेट घेराव में शामिल हो रहे हैं। वहीं विभिन्न जिलों में पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। खास तौर पर बागपत व शामली में चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात की गई है। नेताओं के घरों पर भी पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है। वहीं इस प्रकरण को लेकर भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर वाली घटना में सरकार ने अपना अमानवीय चेहरा दर्शा दिया है। आगे देखें कैसे लखीमपुर खीरी हिंसा का विरोध जता रहे हैं किसान : –
लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में बागपत जनपद में रालोद कार्यकर्ता व किसानों ने आज कलक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे हैं। वहीं मंत्री को हटाए जाने के साथ के साथ बेटे पर हत्या का मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। रालोद नेताओं ने जयंत चौधरी का काफिला रोकने पर सभी सड़कों को जाम करने की चेतावनी दी है। इसे देखते हुए ईस्टर्न पेरिफेरल वे पर किसानों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
मुजफ्फरनगर में किसान यूनियन का कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। किसान कार्यकर्ता लखीमपुर खीरी में हुई घटना के विरोध में आज कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपेंगे। वहीं जनपद से लखीमपुर खीरी जा रहे रालोद नेताओं को पुलिस ने मुरादाबाद से आगे हिरासत में लिया है।
उधर, खीमपुर खीरी प्रकरण को लेकर समाजवादी पार्टी ने महावीर चौक स्थित कार्यालय पर एकत्र होकर सभा कर विरोध प्रदर्शन किया। सपा नेता बाजू पर काली पट्टी बांधकर एकत्र हुए और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सहारनपुर में लखीमपुर की घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नगर विधायक संजय गर्ग के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट में पहुंचकर प्रदर्शन किया। प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता भी धरना प्रदर्शन के लिए कलेक्ट्रेट में पहुंचने शुरू हो गए हैं। पहले कार्यकर्ताओं के द्वारा बैठक की जाएगी। इसके बाद धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में बिजनौर जिले के किसानों में भी उबाल है। किसान संगठनों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन का एलान किया है। कुछ किसान जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है किसान कलक्ट्रेट पहुंचकर धरना प्रदर्शन करेंगे। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता गन्ना समिति पर एकत्र हो गए हैं। यहां से वे कलक्ट्रेट में जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के कार्यकर्ता सेंट मेरी स्कूल के पास इकट्ठा हुए हैं। उनकी दिल्ली-पौड़ी नेशनल हाईवे नजीबाबाद मार्ग पर जाम लगाने की योजना है। कलक्ट्रेट और बाकी जगह पर भारी पुलिस बल तैनात है।
बिजनौर जनपद से रालोद का एक प्रतिनिधि मंडल लखीमपुर खीरी के लिए कूच कर गया है। पूर्व जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह देशवाल ने बताया कि सरकार ने किसानों पर किये जा रहे अत्याचार में सभी सीमाओं को लांघ दिया है। भाजपा शासित राज्यों में किसानों पर ऐसे ही अत्याचार हो रहे हैं। किसानों की अनदेखी सरकार को अब भारी पड़ने वाली है।
शामली में लखीमपुर खीरी बवाल को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है। भाकियू के कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन के मद्देनजर महावीर चौक, भाकियू कार्यालय के साथ ही कलेक्ट्रेट में भी भारी फोर्स तैनात की गई है। लखीमपुर खीरी प्रकरण को लेकर समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ले भी विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है। जीआईसी के मैदान और शामली बस स्टैंड पर प्रदर्शन किया जाएगा ।
बता दें कि मुजफ्फरनगर के सिसौली में रविवार देर रात चौधरी नरेश टिकैत के आवास पर एक पंचायत की गई। जिसमें सैकड़ों किसानों ने भाग लिए। पंचायत में लखीमपुर वाली घटना को लेकर किसानों में काफी आक्रोश व गुस्सा था। किसान इस घटना पर सरकार से निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग कर रहे थे। वहीं पंचायत को संबोधित करते हुए चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर वाली घटना में सरकार ने अपना अमानवीय चेहरा दर्शा दिया है। जब सरकार किसान आंदोलन को नहीं कुचल पाई तो अब सरकार ने किसानों को ही गाड़ी के नीचे कुचलना शुरू कर दिया। सरकार ने यह घटना करके अपनी ताबूत में आखिरी कील ठोक दिया है।
इसी प्रकरण को लेकर आज वेस्ट यूपी के विभिन्न जिलों में कलक्ट्रेट का घेराव कर रहे हैं। इसे देखते हुए चप्पे चप्पे पर पुलिसफोर्स तैनात की गई है। बागपत में ईस्टर्न पेरिफेरल वे पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। बताया गया कि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त फोर्स की भी डिमांड की जा सकती है। वही, किसान नेताओं के घरों पर भी पुलिस की नजर बनी हुई है।
मुजफ्फरनगर के भाकियू नेता धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि आज से जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव शुरू करेंगे। सभी किसान जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर केंद्रीय मंत्री अजय टेनी को बर्खास्त करते हुए मंत्री सहित दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन देंगे। संगठन के अग्रिम आदेश तक धरना जारी रहेगा।