मुजफ्फरनगर। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में डीएम अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने कहा कि सड़क हादसों को रोकने के लिए हम सभी को कदम उठाने होंगे। स्कूल अभिभावकों के साथ बैठक कर नाबालिग के वाहन चलाने पर अंकुश लगाएं।
लोकवाणी सभागार में स्कूल काॅलेजों के प्रिंसिपल और संबंधित विभागों के अधिकारियों से डीएम ने कहा कि दुपहिया वाहन पर तीन-तीन नाबालिग बच्चे बैठकर स्कूल जाते है, जो दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। इनकी सुरक्षा को लेकर शासनादेश जारी किया गया है। मानक के अनुरूप वाहनों से अभिभावक को स्कूलों की बसों से ही छात्र-छात्राओं को स्कूलों में भेजे जाने के लिए कहा गया है।
देखा जाता है कि छोटे हाथी वाहन को मोडिफाई करके और ई-रिक्शा से छात्र-छात्राओं को ज्यादा संख्या में स्कूल भेजा जा रहा है, जिस पर तत्काल रोक लगाई जाए। अगर अभिभावक पर्सनल दुपहिया वाहन से बच्चों को स्कूल छोड़ने जाते हैं तो खुद भी और अपने बच्चों को भी हेलमेट लगाकर ले जाएं।
समस्त प्रधानाचार्यो को निर्देश दिए कि पेरेंट्स मीटिंग बुलाकर अभिभावकों को समझाएं, जिससे छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके और सड़क दुर्घटनाएं ना हो। नियम ना मानने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
बैठक में एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह, लोनिवि के अनिल कुमार राना, नीरज सिंह, एआरटीओ व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व स्कूलों के प्रधानाचार्य मौजूद रहे।
जनपद में बढ़ रहे जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए टीम गठित की ओर एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, आरटीओ और संबंधित अधिकारियों को बाजारों में रेहड़ी ठेले वालों की वजह से सड़क पर हुए अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। इनके लिए कंपनी बाग के सामने बनवाए गए वेंडर जॉन में भेजने और व्यवस्थित तरीके से लगवाने के लिए कड़े आदेश दिए। एक हफ्ते का समय दिया, जिससे वेंडर जॉन में सभी रेहड़ी ठेले लगवाया जाए और उनका लेखा जोखा भी रखा जाए। ई-रिक्शा पर कंट्रोल को लेकर भी एआरटीओ को सख्त दिशा निर्देश दिए कि ई रिक्शा का रूट प्लान बनाया जाएं। ई-रिक्शाओं की नंबरिंग की जाएं, जिससे शहर जाम से मुक्त हो सके।