मुजफ्फरनगर। लखीमपुर खीरी में आंदोलनकारी किसानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा गाड़ी चढ़ाकर कई किसानों की हत्या पर रोष जताया। सपा कार्यालय पर सुबह से ही सपा कार्यकर्ताओं का इकट्ठा होना शुरू हो गया था सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट के नेतृत्व में इकट्ठा हुए सैकड़ों सपा कार्यकर्ताओं नेताओं ने महावीर चौक से लेकर जिला मुख्यालय तक आक्रामक नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने के साथ मुख्यालय पर धरना शुरू कर दिया।
सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी एडवोकेट ने धरना स्थल पर संबोधन में कहा कि भाजपा की केंद्र व यूपी की सरकार अब तक के इतिहास की सबसे निरंकुश किसान विरोधी सरकार साबित हुई है। हरियाणा व यूपी में तो आंदोलनकारी किसानों के विरु( भाजपा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व मनोहर लाल खट्टर खुलेआम हिंसा के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को उकसाने वाले बयान देते नजर आते हैं इसी के चलते लखीमपुर खीरी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार की साजिश व संरक्षण में किसानों की गाड़ी के नीचे रौंदकर हत्या की है। पूर्व सांसद राजपाल सैनी ने धरने पर संबोधन में कहा कि भाजपा सरकार द्वारा चंद उद्योगपतियों के निजी हितों के लिए लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के धरने को 9 माह से ज्यादा समय होने पर व 1000 से ज्यादा किसानों की शहादत के बाद भी मोदी योगी सरकार की चंद उद्योगपतियों के प्रति वफादारी में कमी न आना इतिहास की सबसे खराब किसान विरोधी सरकार को साबित करता है। किसानों के प्रति हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूर्व मंत्री उमा किरण व पूर्व विधायक अनिल कुमार ने प्रदेश की योगी सरकार के संरक्षण में हुए लखीमपुर खि़री के किसान नरसंहार को सुनियोजित घटना बताते हुए हमले के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
पूर्व मंत्री मुकेश चौधरी, गौरव स्वरूप, राकेश शर्मा, रामनिवास पाल साजिद हसन, जिया चौधरी, गौरव जैन, अब्दुल्ला राणा, महानगर अध्यक्ष अलीम सिद्दीकी सपा नेता विनयपाल प्रमुख सरदार देवेंद्र सिंह खालसा, सैयद अली अब्बास काजमी, राजीव बालियान ने इसे योगी सरकार की सुनियोजित साजिश बताया। सपा ने लखीमपुर खीरी किसान नरसंहार की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए मृतक किसानों को 2 करोड़ मृतक आश्रित को सरकारी नौकरी व घायल किसानों को 2 करोड़ रुपए की मुआवजे की मांग करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को नरसहार का जिम्मेदार बताते हुए पद छोड़ने व गिरफ्तारी की मांग की। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की गिरफ्तारी पर रोष जताया।
प्रदर्शन व धरने में मुख्य रूप से सोमपाल सिंह भाटी, साजिद हसन, अंसार आढ़ती, शिवान सैनी, राहुल वमा, हारून अली, शौकत अंसारी, रोहन त्यागी, सचिन अग्रवाल, सत्यवीर प्रजापति, डा. इसरार अल्वी, अलका शर्मा, विभा चौधरी, फिरोज अंसारी, राशिद मलिक, शमशेर मलिक, युसूफ गौर, डा. नूर हसन सलमानी, सरदार तरनजीत सिंह, शलभ गुप्ता एडवोकेट, संदीप धनगर, दर्शन सिंह धनगर, टीटू पाल रमन, जनार्दन विश्वकर्मा, जावेद सोल्जर, काजी फसीह अख्तर, जुबेर बढ़ीवाला प्रधान, रणवीर सिंह गुर्जर, जोगेंद्र सैनी, अन्नू कुरेशी सभासद सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।