मुजफ्फरनगर। जिले में लगातार बारिश से गन्ने में रिकवरी नहीं बढ़ पा रही है। बारिश रुकने पर ही रिकवरी बढ़ने की संभावना है। पेराई सत्र प्रारंभ होने में देरी हो सकती है। खतौली चीनी मिल ने सबसे पहले रिकवरी टेस्ट के लिए सैंपल लिया है। मिल के सैंपल में रिकवरी अभी केवल सात प्रतिशत ही आ पाई है। 25 सितंबर तक सभी चीनी मिल अपना पहला सैंपल लेंगी।
जनपद में 90 प्रतिशत जमीन पर गन्ने की खेती हो रही है। चीनी मिलों में पेराई का प्रारंभ 15 अक्तूबर और 10 नवंबर के बीच होने की संभावना है। इस बार सितंबर के अंत तक बारिश लगातार हो रही है। बारिश के चलते गन्ने में रिकवरी नहीं बढ़ पाती। जिले में जिन कोल्हुओं ने गन्ने की पेराई शुरू की है उनमें केवल सात प्रतिशत तक की रिकवरी की बात सामने आई है।
जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसौदिया का कहना है कि बारिश से गन्ने में पानी की मात्रा अधिक बनी रहती है। जैसे ही बारिश बंद हो जाएगी गन्ने में मिठास बढ़ती चली जाएगी। रिकवरी तेजी के साथ दस प्रतिशत तक चली जाती है। हमारा यह पूरा प्रयास है कि अक्तूबर के अंतिम सप्ताह में चीनी मिलें चल जाएं।
गुड़ मंडी एसोसिएशन के मंत्री श्याम सिंह सैनी ने बताया कि इस समय गन्ने में रिकवरी केवल सात से आठ प्रतिशत के बीच आ रही है। गुड़ मंडी में गुड़ की आवक तीन अक्तूबर से होगी। तब तक रिकवरी थोडी बढ़ जाएगी। अच्छी रिकवरी अक्तूबर के अंतिम सप्ताह के बाद ही आती है। नवंबर से कोल्हुओं की संख्या बढ़ जाती है। शुरू में कुछ ही कोल्हू चलते हैं।