मुजफ्फरनगर| मुजफ्फरनगर के खाद व्यापारी राजीव त्यागी हत्याकांड में नामजद कुख्यात अनिल दुजाना की मृत्यु आख्या स्वीकार करते हुए कोर्ट ने उसके विरुद्ध मुकदमे की फाइल बंद कर दी। चार मई 2023 को एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में अनिल दुजाना मारा गया था। जिसके बाद कोर्ट ने दुजाना की मृत्यु आख्या तलब की थी। छपार पुलिस ने अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट-9 में मृत्यु आख्या प्रस्तुत की।
मुजफ्फरनगर में थाना क्षेत्र के गांव छपार में 2013 में खाद व्यापारी राजीव त्यागी की गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। राजीव त्यागी हत्याकांड के चश्मदीद तथा मृतक का भाई संजीव त्यागी पुलिस सुरक्षा में रहता था। 2015 में संजीव त्यागी की भी पुलिस सुरक्षा के दौरान ही गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में कुख्यात अनिल दुजाना को भी नामजद किया गया था। चार मई 2023 को एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे जाने पर कोर्ट ने छपार पुलिस से उसकी मृत्यु आख्या तलब की थी।
थाना प्रभारी निरीक्षक छपार के अनुसार अनिल दुजाना पुत्र चतर सिंह की मृत्यु हो चुकी है। कोर्ट में उसके मृत्यु प्रमाण पत्र की छाया प्रति पेश की गई थी। सत्र परीक्षण संख्या 1029/2012 उप्र. राज्य बनाम अनिल आदि में एसआइ नरेन्द्र सिंह को एडीजे-9 कोर्ट में परीक्षित कराया गया। एसआई नरेन्द्र के बयान लिए गए, जहां उन्होंने अनिल दुजाना के मृत्यु प्रमाण पत्र सहित उसके पोस्टमार्टम रिपोर्ट की सत्यापित प्रति प्रस्तुत करते हुए मौत की पुष्टि की। जिस पर कोर्ट ने अनिल दुजाना के विरुद्ध संबंधित वाद में कार्रवाई समाप्त कर दी।
दुजाना गांव निवासी कुख्यात अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना जरायम की दुनिया में बड़ा नाम रहा। उसके विरुद्ध जिला मुजफ्फरनगर सहित विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी, लूट आदि के दर्जनों मुकदमे दर्ज थे। वर्ष 2000 में अनिल दुजाना सुंदर भाटी के लिए काम करता था। लेकिन कालांतर में दुजाना की दुश्मनी सुंदर भाटी से हो गई थी। जान को खतरा होने के कारण दुजाना कोर्ट में बुलेट प्रूफ जैकेट पहनकर आता था।