अलीगढ़. हिन्दू धर्म में गणेश चतुर्थी पर्व का बहुत महत्व है. गणपति के आगमन से लेकर विसर्जन तक लोग साल भर इंतजार करते हैं और जैसे ही चतुर्थी आती है, लोग बड़े ही धूमधाम से नाचते-गाते गणपति को अपने-अपने घर लेकर आते हैं और 9 दिन बाद बड़ी धूम धाम से विसर्जन करते है. अलीगढ़ में सांप्रदायिक सौहार्द का अनूठा उदाहरण एक मुस्लिम परिवार ने दिया है. अलीगढ़ के एक मुस्लिम परिवार ने गणेश चतुर्थी के मौके पर अपने घर में गणपति बप्पा की प्रतिमा स्थापित की और आज विसर्जन किया.

19 सितम्बर को अपने घर में गणेश प्रतिमा स्थापित करने वाली रूबी आसिफ खान ने आज विधि विधान से भगवान गणेश की प्रतिमा का गंगा में विसर्जन किया. रूबी आसिफ खान आज सुबह अपने घर से भगवान गणेश की मूर्ति लेकर रवाना हो गई. नरोरा स्थित नरवर घाट पर पहुंचने के बाद रूबी आसिफ खान ने भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को पूरे विधि विधान से गंगा में विसर्जन किया. पहले भी रूबी आसिफ खान ने भगवान गणेश की प्रतिमा को अपने घर पर स्थापित किया था, जिसके बाद उनके खिलाफ फतवे जारी हुए और उनके घर पर पोस्टर भी लगे थे. प्रशासन ने गणेश विसर्जन के लिए उनको सुरक्षा कर्मी भी उपलब्ध कराए हैं.

ने कहा कि आज भगवान गणेश का विसर्जन किया है. आज 10 दिन बाद विसर्जन किया है उनका नरोरा में, डर तो नहीं लगा मुझे किसी से और अगर ऐसे डरती रहूंगी तो एकता बनाने का काम कैसे करूंगी. हिंदू मुस्लिम सभी हम लोग एक हैं एक ही बने रहे. इसलिए सब कुछ करती हूँ. सभी को यह त्यौहार मिलजुल कर मनाना चाहिए. एकता बनी रहे. डरूँगी तो पीछे रहूंगी.यह लोग पहले भी मुझे डरा चुके हैं लेकिन मैं उनसे डरती नहीं हूं.आज मेरे साथ पुलिस के तीन लोग भेजे गए है. विसर्जन करने के बाद बहुत अच्छा लगा. पहले भी किया था और आज भी अच्छा लगा है और आगे भी करती रहूंगी. मुझे फतवों से डर नहीं लगता. यह सब पहले भी जारी हो चुके हैं और अब भी जारी कर दें तो मुझे कोई डर नहीं है.