मुजफ्फरनगर| मुजफ्फरनगर में वन्य जीव सप्ताह के दूसरे दिन सोमवार 2 अक्तूबर से बिजनौर- मुजफ्फरनगर बैराज के गंगा डॉल्फिन पॉइंट से डॉल्फिन की गणना की शुरुआत की गई। प्रभागीय निदेशक कन्हैया पटेल ने हरी झंडी दिखाकर गणना दल को रवाना किया। गंगा डॉल्फिन गणना दल का नेतृत्व मोहम्मद शाहनवाज खान और वरिष्ठ संयोजक संजीव यादव कर रहे है।
गणना बैराज से नरौरा तक लगभग 220 किमी. तक जायेगी और 6 अक्टूबर को नरौरा पहुंचेगी। इस गणना के अंतिम आंकड़े मुख्य वन संरक्षक, मेरठ जोन एन के जानू 7 अक्टूबर को घोषित करेंगे। उप प्रभागीय वनाधिकारी विमल किशोर भारद्वाज, क्षेत्रीय वन अधिकारी रविकांत चौधरी और वन निरीक्षक रमेश कुमार मौजूद रहे।
गांगेय डॉल्फिन विश्व में पाई जाने वाली स्वच्छ जलीय डॉल्फिन प्रजातियों में से एक प्रजाति है। डॉल्फिन एक स्तनपायी प्राणी है इस कारण यह नदी की सतह पर आकर सास लेती हैं। श्वास की ध्वनि के कारण ही इसको आमतौर पर सूंस या “सुसु” के नाम से जाना जाता है। गंगा रिवर डॉल्फिन जो कि एक शर्मीली और बहुत दुर्लभ रहवासी है, वर्ष 2010 की घोषित राष्ट्रीय जलजंतु घोषित हुई और यह गंगा, ब्रम्हपुत्र तथा मेघना नदी व्यवस्थाओं में पाई जाती है।