वाराणसी. यूपी के 31 जिलों के ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सुविधाएं देने वाला बड़ौदा यूपी बैंक के कर्मचारी मंगलवार (3 अक्टूबर) को हड़ताल पर रहे. बैंक के ब्रांचों पर ताला लटका रहा और कर्मचारी अपने मांगो के समर्थन में क्षेत्रीय कार्यालय पर नारेबाजी कर अपने मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की. वाराणसी के अलावा दूसरे जिलों में भी ऐसी ही तस्वीर दिखी.
बैंक कर्मी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि बड़ौदा यूपी बैंक का प्रबन्धक लगातार बीते 3 सालों से कर्मचारियों का शोषण कर रहा है. नई भर्ती की प्रकिया ठप है. पुराने 268 शाखाओं को बंद करने की तैयारी है. इसके अलावा कर्मचारियों के प्रमोशन की प्रकिया को रोक दिया गया है. इसके अलावा डेली वेज कर्मचारियों और स्वीपर को किसी भी तरह की सुविधा नहीं दी जा रही है. इन्हीं मांगो के समर्थन में बैंक कर्मचारी लगातार आवाज बुलंद कर रहें हैं, लेकिन प्रबंधन अपने अड़ियल रवैये पर अड़ा हुआ है. जिसके कारण आज सभी बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल किया है.
चलें कि अपने इस मांगो के समर्थन में इसके पहले भी बैंक कर्मचारियों ने प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा था. इसके अलावा मशाल जुलूस भी निकाले थे. हड़ताल को रोकने के लिए कानपुर श्रम आयुक्त के यूनियन को नोटिस भी दिया था. जिसके बाद समझौते के लिए बातचीत भी हुई. बातचीत में कर्मचारियों से बात नहीं बनी तो बैंक कर्मचारी आज हड़ताल पर चलें गए. हड़ताली कर्मचारियों की मांग है कि बैंक प्रबंधन तत्काल उनके मांगो को पूरा करें और बैंकों में नई भर्ती के साथ प्रमोशन की प्रकिया को दोबारा से शुरू करें.