शामली। जिले की शुगरमीलो के लिए बुरी खबर सामने आ रही है। गन्ना क्रय केंद्रों में से कुछ केंद्रों में फेरबदल और कटौती की आशंका जताई जा रही है। एक तरफ सूबे की राजधानी में गन्ना सुरक्षण को लेकर बैठकों का दौर जारी है वहीं दूसरी तरफ मिल प्रबंधनों में भी अधिक से अधिक गन्ना केंद्र आवंटन को लेकर निगाहें टिकी हुई हैं।

हालांकि शामली जनपद की स्थिति गन्ना भुगतान को लेकर काफी दयनीय है। ऐसे में खासतौर से शामली और बजाज शुगर मिल थानाभवन के क्रय केन्द्रों में कटौती होनी स्वभाविक है। हालांकि ऊन मिल पर भी चाबुक चलने की बात कही जा रही है। इन तीनों मिलों ने अभी तक सिर्फ 53.27 फीसदी ही भुगतान किया है। मिलों पर किसानों का अभी भी 523.83 करोड़ रुपये बकाया है।

बता दें कि जनपद के हजारों किसान शामली, थानाभवन एवं ऊन शुगर मिलों के अलावा मुजफ्फरनगर, मेरठ और बागपत के रमाला मिल को गन्ने की आपूर्ति करते हैं।

इन किसानों का शामली मिल पर करीब 226.50 करोड़, बजाज मिल थानाभवन पर 202.41 करोड़, ऊन मिल पर 97.93 करोड़ बकाया है। खास बात यह है कि गत पेराई सत्र में शामली मिल को 29, ऊन मिल को 93 और बजाज मिल थानाभवन को 76 गन्ना तौल केन्द्र आवंटित हुए थे।

इस बार किसानों ने बकाया गन्ना भुगतान न होने की डीएम, डीसीओ व गन्ना आयुक्त को क्रय केन्द्रों की मांग कर रखी है। संभावना जताई जा रही है कि इन मिलों के क्रय केंद्रों में गन्ना सुरक्षण आदेश के दौरान कटौती की जाएगी।

यदि क्रय केंद्रों की कटौती होती है तो सबसे ज्यादा दिक्कतें शामली मिल प्रबंधन को होगी। जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह का भी मानना है कि कुछ केंद्रों में फेरबदल और कटौती हो सकती है।

जिले में वैसे तो नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में मिलों में गन्ने की पेराई शुरू होगी, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में कोल्हुओं का संचालन शुरू हो गया है। कोल्हू संचालक मोहम्मद गफ्फार व फतेह सिंह बताया कि गन्ने का भाव 265 से लेकर 275 रुपये कुंतल है। कोल्हुओं पर सभी लागत को मिला लिया जाए तो करीब 400 रुपये कुंतल गन्ने का भाव पड़ जाता है। उधर बाजार में खुले में गुड़ 38 रुपये से लेकर 40 रुपये किलो है। जबकि मंडी में गुड़ का दाम में 3400 रुपये कुंतल है।

शामली मिल परिसर में धरनारत किसानों ने पिछले चार दिनों से गन्ना विभाग में डीसीओ कार्यालय में तालाबंदी की हुई है। विभाग के ताले के साथ किसानों का भी ताला लगा हुआ है। डीसीओ विजय बहादुर सिंह लखनऊ बैठक में हैं। उधर शामली शुगर मिल के यूनिट हेड सुशील चौधरी के कार्यालय और मिल के गन्ना विभाग में भी किसानों दो दिन से तालाबंदी की हुई है। ऐसे में मिल के अधिकारी भी घर बैठे गन्ना पेराई सत्र की तैयारी में लगे हुए हैं।