मुजफ्फरनगर। जनपद में सरकारी धान क्रय केंद्र सूने पड़े हुए हैं, जबकि मंडी के व्यापारियों के यहां धान बेचने वाले किसानों की भीड़ लगी हुई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक धान खरीद के लिए जिले में जो क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इसमें तीन नई मंडी स्थल पर हैं। 1 अक्टूबर से धान की खरीद शुरू हो गई है। सरकार ने धान खरीद का मूल्य 2183 रुपए क्विंटल तय किया है।
सरकारी क्रय केंद्रो पर अभी तक मात्र 27.80 क्विंटल की खरीद हुई है, इसके विपरीत व्यापारियों के यहां किसानों की भीड़ लगी है। अनाज मंडी में चारों तरफ धन ही धन दिखाई दे रहा है। जिले के किसान बासमती धान की खेती करते हैं, जिसका बाजार मूल्य सरकारी मूल्य से अधिक रहता है। इस कारण किसान सरकारी इस कारण किसान सरकारी क्रय केंद्रो पर बिक्री नहीं करते हैं।
नवीन मंडी के खाद्यान्न व्यापार संघ के अध्यक्ष जितेंद्र कुच्छल का कहना है की मंडी में काफी धान आ रहा है। हमारे जिले में बासमती धान का उत्पादन होता है। बाजार में धान 3000 से 3275 तक बिक रहा है।
वहीं जिले के कृषि अधिकारी एसके तिवारी ने बताया कि जिले में धान की खेती 10 हजार 200 हैकटेयर मे हो रही है। जिले के अधिकतम किसान बासमती के धान का ही उत्पादन करते हैं।
प्रशासन द्वारा धान की खरीद के लिए नौ केंद्र बनाए है। खाद्य निगम ने नई मंडी स्थल, पुरकाजी , चरथावल, मोरना और जानसठ में केंद्र बनाया है। पीसीसीएफ ने नई मंडी ,शेरपुर और रामराज में केंद्र बनाया है। खाद्य विभाग ने रामराज में केंद्र बनाया है। इन केंद्रो पर 31 जनवरी तक खरीद की जाएगी। किसानों को धान बचने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने होंगे।