मुजफ्फरनगर। एक तरफ जहां जिले के यात्री दिल्ली जाने वाली 125 रोडवेज बसों का संचालन बंद होने से परेशान थे, वहीं अब रोडवेज द्वारा लोकल रूटों से भी बसों की संख्या घटाने से यात्रियों की मुसीबत ओर बढ गई है।

परिवहन निगम ने मुजफ्फरनगर से दिल्ली जाने वाली 125 रोडवेज बसों का संचालन बंद किया है, वहीं पुरानी हो चली एक दर्जन बसों को भी अपने बेड़े से बाहर कर दिया है। इससे यात्रियों के सामने आवागमन की समस्या खड़ी हो चली है। नई बसों के आने तक फिलहाल व्यवस्था बनाने के लिए हटाई गई कुछ बसों के मार्ग पर अन्य बसों के फेरे बढ़ाए हैं।

हाल ही में दिल्ली सरकार ने दिल्ली में बाहर से प्रवेश करने वाली बीएस- 4 बसों के आवागमन पर प्रदूषण के मद्देनजर प्रतिबंध लगा दिया था जिस कारण परिवहन निगम की जिले से 125 बसों का संचालन कौशांबी तक किया जा रहा है।

दिल्ली केवल बीएस- 6 तीन दर्जन बस ही जा पा रही है। दिल्ली जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब मुजफ्फरनगर डिपो ने दस साल का संचालन पूरा करने वाली एक दर्जन बसों को रोडवेज बसों के बेड़े से बाहर कर दिया है। यह बस नीलामी के लिए वर्कशॉप में खड़ी करा दी है।

जिला अस्पताल से रुड़की जाने वाली तीन बस, मुजफ्फरनगर से बसेड़ा एक बस, फुगाना से हरिद्वार एक बस, मुजफ्फरनगर से हरिद्वार एक बस, मुजफ्फरनगर से सहारनपुर एक बस, हडोली से हरिद्वार एक बस, मुजफ्फरनगर से मुरादाबाद एक बस, मुजफ्फरनगर से अमरोहा एक बस, सिसौली से लोनी एक बस। मुजफ्फरनगर से रामराज एक बस।

जिले के रोडवेज बसों के बेड़े से जिन बसों को संचालन से हटाया गया है फिलहाल उनकी कमी पूरी करने के लिए उसी मार्ग की कुछ बसों के फेरे बढ़ाए गए है। ताकि यात्रियों को असुविधा न हो। चूकिं एक दर्जन बस संचालन से बाहर हुई है तो व्यवस्था बनाने के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों ने बसों के लिए डिमांड पत्र बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा है।