मुजफ्फरनगर। जिले के गन्ना किसानों के लिए बडी खुशखबरी है। जिले की सभी शुगर मिलों में इसी महीने पेराई शुरु हो जाएगी। चीनी मिलों ने इसके लिए किसानों को इंडेंट भी जारी करना शुरु कर दिया है। जनपद के किसानों ने इस वर्ष एक लाख 76 हजार हेक्टेयर जमीन में गन्ने की फसल बो रखी है।

जिले की चीनी मिलों ने किसानों को इंडेंट जारी करना शुरू कर दिया है। मोरना चीनी मिल 27 अक्तूबर से पेराई शुरू कर देगी। खतौली, भैसाना और खाईखेड़ी चीनी मिल 28 अक्तूबर से चल जाएगी। 31 अक्तूबर तक सभी आठ चीनी मिलों में गन्ने के नए सत्र का शुभारंभ हो जाएगा।

जनपद के किसानों ने इस वर्ष एक लाख 76 हजार हेक्टेयर जमीन में गन्ने की फसल बो रखी है। लगभग 88 प्रतिशत जमीन पर गन्ने की खेती हो रही है। जिले में आठ चीनी मिल हैं। इनमें खतौली चीनी मिल एशिया की बड़ी चीनी मिलों में से एक है।

खतौली ने सबसे पहले इंडेंट जारी किया है। खतौली, भैसाना, खाईखेड़ी चीनी मिल 28 अक्तूबर से पेराई शुरू कर देगी। जिले की एक मात्र सहकारी चीनी मिल मोरना 27 अक्तूबर से पेराई प्रारंभ कर देगी। यहां किसान सीधे गेट के माध्यम से गन्ना देता है।

मंसूरपुर चीनी मिल 29 अक्तूबर से पेराई प्रारंभ करेगी। टिकौला चीनी मिल 30 अक्तूबर को चलेगी। तितावी और रोहाना चीनी मिल अपने सत्र का शुभारंभ 31 अक्तूबर से करेगी। जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसोदिया ने बताया कि जिले की सभी आठ चीनी मिल इस माह चल जाएंगी। दो चीनी मिलों ने इंडेंट जारी कर दिया है। दो दिन में अधिकतम सभी मिल इंडेंट जारी कर देंगी।

चीनी मिलों का इंडेंट जारी होने लगा है। अधिकतर मिलों के तौल केंद्र लगने शुरू हो गए हैं। कई जगह बुधवार से ही तौल की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मिलों ने इसके लिए तैयारियां कर ली है। लखनऊ में गन्ना सुरक्षण के लिए बैठक चल रही है।

अभी तक इस पर अंतिम फैसला नहीं हो सका है कि किस चीनी मिल को इस बार कितना गन्ना आवंटित होगा। गन्ना आवंटन भी तय नहीं हुआ है। चुनावी साल में किसानों को गन्ने का दाम बढ़ने की पूरी उम्मीद है। किसानों का कहना है कि गन्ना मूल्य चार सौ रुपये प्रति क्विंटल होन चाहिए।