मुजफ्फरनगर। जनपद के रेलयात्रियों के लिए बुरी खबर है। दीपावली तथा अन्य त्यौहारों पर लोगों का अपने घर आना या कहीं जाना मुश्किल हो गया है। लगभग सभी ट्रेनों में सीटों का आरक्षण फुल हो गया है, जिसके कारण लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड रहा है।

अधिकांशः लंबी दूरी का सफर तय करने वाली सभी ट्रेनों में सौ से ज्यादा वेटिंग सीट चल रही है। मुजफ्फरनगर से अधिकतर लोग उत्कल, मदुरेई एक्सप्रेस, गोल्डन एक्सप्रेस व छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में यात्रा करते है। इस बार दूर दराज के रहने वाले लोगों को त्योहार पर घर जाने के लिए सीट आरक्षित कराने में भारी परेशानी हो रही है।

हरिद्वार से बांद्रा-102, गोल्डन टेंपल- अमृतसर से मुंबई-107, शालीमार एक्सप्रेस- जम्मू से जोधपुर-123, उज्जैनी एक्सप्रेस- देहरादून से उज्जैन-105, इंदोर एक्सप्रेस-देहरादून से इंदोर-100, शालीमार एक्सप्रेस-मुजफ्फरनगर से जम्मू-103, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस-अमृतसर से बिलासपुर-101, उत्कल एक्सप्रेस-ऋषिकेश से पुरी-200, मदुरेई एक्सप्रेस-चंडीगढ़ से मदुरेई (साप्ताहिक) में लंबी वेटिंग चल रही है।

बुखार का यात्रा पर भी प्रभाव पड़ रहा है। नगर निवासी एक परिवार ने अपने 18 सदस्यों की जम्मू जाने के लिए सीट आरक्षित कराई थी। इस परिवार को सोमवार को जम्मू जाना था, लेकिन सोमवार सुबह सभी टिकट निरस्त करा दिए गए। बताया गया कि 18 लोगों को यात्रा पर जाना था, लेकिन 17 लोग बीमार हैं। इसी के चलते टिकट निरस्त कराने पड़े।

लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए लोग परेशान हो रहे हैं। वह यात्रा के लिए टिकट तत्काल में आरक्षित कराने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं, लेकिन वहां कुछ ही मिनट में सभी सीट पूरी हो जाती है। जिस कारण लोग मायूस होकर लौट रहे हैं।

सोमवार को मात्र चार सीट बंगलुरू के लिए तत्काल में आरक्षित हो सकी। बताया गया कि तत्काल में एसी में सीट आरक्षण के लिए सुबह दस बजे और स्लीपर व द्वितीय क्लास में सीट आरक्षण के लिए ग्यारह बजे सर्वर काम करता है, लेकिन चंद मिनटों में सीट आरक्षित हो जाती हैं।