मुजफ्फरनगर। जनपद पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा करते हुए इसके तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो ठगी की अनोखी वारदात को अंजाम देते थे। ये गिरोह बैंकों से चेक चोरी कर उन्हे कैश कराकर पैसे बनाता था। बडी बात यह है कि हाईटेक तरीके के ठगी करने वाले इस गिरोह के सदस्य छठी, दसवीं ओर बारहवीं पास है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षर संजीव सुमन ने पुलिस लाईन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि थाना नई मण्डी पुलिस द्वारा बैंकों के चेक बॉक्स से चेक चोरी करने के पश्चात फर्जी/क्लोन चेक तैयार कर अन्य शाखा से चेक कैश कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए मास्टमाइंड सहित 03 अभियुक्तों को पचैण्डा रोड पर नसीरपुर जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने उनके कब्जे से 2.5 लाख रुपये नगद, एसेन्ट कार, 02 मोबाइल, लेपटॉप, प्रिन्टर, 51 चाबी, विभिन्न बैंकों की पासबुक, चेकबुक आदि सामान बरामद किया।
एसएसपी ने बताया कि रोबिन वर्मा शाखा प्रबन्धक बैंक ऑफ बडौदा गांधी कालोनी द्वारा थाना नई मण्डी पुलिस को लिखित तहरीर देते हुए अवगत कराया कि अज्ञात चोरों द्वारा चेक बॉक्स से चेक चोरी किये गये है। इस सम्बन्ध में थाना नई मण्डी पुलिस द्वारा मु0अ0स0-572/23 धारा-379 भादवि पंजीकृत करते हुए अभियोग के शीघ्र व सफल अनावरण हेतु टीम का गठन किया गया था।
आज पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए गैंग लीडर दीपक कुमार सैनी पुत्र राजेन्द्र सैनी निवासी चावला कालोनी थाना बल्लभगढ जिला फरीदाबाद हरियाणा, हरिओम यादव पुत्र रायसिहं यादव निवासी नगंला खिन्नी थाना पटियाली जिला कासगंज, तथा अकिंत पुत्र कल्याण सिहं यादव निवासी ग्राम परतापुर थाना पटियाली जिला कासगंज को गिरफ्तार किया।
इस गिरोह के काम करने का तरीका भी बिल्कुल अलग है। एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह में कुल 06 सदस्य है जो गाडी से अलग-अलग शहरों में जाते है तथा वहां के बैंकों से चेक बॉक्स खोलकर (फर्जी/डुप्लीकेट चाबी के माध्यम से) चेक चोरी करते है।
चेक चोरी करने के पश्चात अभियुक्तगण लेपटॉप व प्रिन्टर के माध्यम से फर्जी/क्लोन चेक तैयार करते है तथा बैंक की अन्य शाखा से चेक कैश कराकर पैसा कमाते है। अभियुक्तगण द्वारा पूछताछ के दौरान बताया गया कि देहरादून, सहारनपुर, शामली, हरिद्वार, मुरादाबाद, रामपुर, हापुड, अमरोहा जैसे शहरों में इस तरह की जालसाजी की गयी है।