मुजफ्फरनगर । थप्पड़ प्रकरण के पीड़ित छात्र को आखिरकार शारदेन स्कूल में प्रवेश मिल गया है। प्रवेश कक्षा दो में दिया गया है। आरटीई की टीम ने बीएसए ऑफिस पहुंचकर मामले की जानकारी ली। स्कूल को नोटिस भेजा गया था। अब सोमवार से बच्चे के स्कूल पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक पीड़ित छात्र के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में दिए गए शपथ पत्र में शहर के दो स्कूलों का विकल्प दिया था। प्रशासन ने शारदेन स्कूल में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कराई।

स्कूल की ओर से वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र मांगे जाने पर मामला लटक गया था। इसके बाद छात्र की उम्र और कक्षा को लेकर लंबा विचार विमर्श किया गया। तय किया गया की छात्र का प्रवेश कक्षा दो में कराया जाएगा।

पीड़ित छात्र के पिता ने स्कूल पर मामले को लटकाने का आरोप लगाया था। बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूल को नोटिस जारी किया, जिसके बाद शनिवार को मामला सुलझा। स्कूल में बच्चे का प्रवेश हो गया है।
गौरतलब है कि पीड़ित छात्र के मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। अगले माह 11 दिसंबर को सुनवाई की तिथि तय है। दीपावली से पहले सुनवाई के दौरान छात्र का प्रवेश नहीं होने पर सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षा विभाग को फटकार लगाई थी।
पीड़ित छात्र की शिक्षा पर अभी भी संकट है। स्कूल की फीस को अगर निशुल्क कर दिया जाए तो फिर परिवहन व्यवस्था नई मुसीबत खड़ी करेगी। स्कूल से गांव की दूरी करीब 25 किमी है। यही नहीं सीधी कोई बस या परिवहन सेवा नहीं है। ऐसे में सवाल है कि आखिर बच्चा रोजाना शारदेन स्कूल तक कैसे पहुंचेंगा। उसके परिवहन का इंतजाम कौन करेगा और सुरक्षा के लिए क्या व्यवस्था की जाएगी।
खुब्बापुर गांव के स्कूल में शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने पांच का पहाड़ा नहीं सुनाने पर अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र की सहपाठियों से पिटाई करा दी थी। इसी दौरान जातीय टिप्पणी का भी आरोप है। प्रकरण के दौरान पीड़ित छात्र के चचेरे भाई ने वीडियो बना लिया।
वीडियो के वायरल होते ही प्रतिक्रियाएं आने लगीं और शिक्षिका की गिरफ्तार करने की मांग उठने लगी। आरोपी शिक्षिका पर अब एफआईआर दर्ज हो गई है। खुब्बापुर गांव के पीड़ित छात्र का अभी तक किसी स्कूल में प्रवेश नहीं हो सका है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते तुषार गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसका सुनवाई 11 दिसंबर को होगी।