मुजफ्फरनगर। जिले के लोगों के लिए बडी खुशखबरी है। शहर में बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य लगभग पूरा हो गया है ओर इसे 2024 की शुरुआत में ही चालू किए जाने की संभावना है। इस प्लांट के जरिए शहर के सीवरों से आने वाले पानी को शुद्ध कर काली नदी में डाला जाएगा।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक नमामि गंगे परियोजना में किदवई नगर में बन रहा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का अधिकतर कार्य पूरा हो गया है। 91 करोड़ की लागत से बनने वाला यह प्लांट जनवरी 2024 से शहर के पानी को शुद्ध करना शुरू कर देगा। प्लांट को चलाने के लिए बिजली विभाग से 750 किलोवाट का कनेक्शन मांगा गया है। प्लांट के लिए अंडर ग्राउंड लाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है।

जल निगम ने शहर में सीवर लाइन बिछा दी है। सीवर लाइन का पानी नदी में जाने से पहले किदवईनगर के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में जाएगा। इसके बाद शुद्ध होने पर नदी में डाला जाएगा। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के बनाने का कार्य यहां 2021 में शुरू हुआ था। यह कार्य लगभग पूरा हो चुका है। जनवरी 2024 से प्लांट जल शुद्ध करने का कार्य शुरू कर देगा। 91 करोड़ की लागत से बनने वाले इस प्लांट को चलाने के लिए 750 किलोवाट बिजली का कनेक्शन लगने जा रहा है।

जल निगम के आवेदन के बाद विद्युत विभाग ने प्लांट तक लाइन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया है। शहर में पहली बार विद्युत विभाग इसके लिए अंडर ग्राउंड लाइन बिछा रहा है। इस लाइन को बिछाने पर एक करोड़ से अधिक का विभाग का खर्च आएगा। नुमाइश बिजली घर से किदवई नगर तक लाइन बिछाने का कार्य प्रारंभ हो गया है। एसई एसके अग्रवाल ने बताया कि जल्द ही लाइन बिछाने का कार्य पूरा कर दिया जाएगा।

वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बना रही राजस्थान की कंपनी के अधिकारी अनूप शर्मा का कहना है कि हमारा काम लगभग पूरा हो चुका है। जनवरी 2024 से यह ट्रीटमेंट प्लांट जल शुद्धिकरण का कार्य शुरू कर देगा। विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता नगर एसके अग्रवाल का कहना है कि विद्युत वितरण निगम मेरठ के निर्देश पर प्लांट को विद्युत कनेक्शन दिया जा रहा है। लाइन बिछाने का काम तेजी के साथ किया जा रहा है। इसमें कुछ लाइन अंडर ग्राउंड और कुछ ऊपर रहेगी।