मुजफ्फरनगर । अब होमगार्ड जवान यातायात और कानून व्यवस्था के साथ ही आपदा में राहत एवं बचाव की जिम्मेदारी निभाएंगे। जल्द ही होमगार्ड जवानों का इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि यह जवान दूसरे कार्य स्थलों की तरह किसी भी आपदा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। होमगार्ड पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर लोगों को जागरूक करेंगे।

यह बातें बुधवार को होमगार्ड विभाग के 62वें स्थापना दिवस में होमगार्ड एवं कारागार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने कहीं। उन्होंने सराहनीय कार्य करने वाले 10 होमगार्डों को डीजी की कमंडेशन डिस्क व प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने आलमबाग स्थित होमगार्ड मुख्यालय में आयोजित रैतिक परेड का मान-प्रणाम स्वीकार किया।

उन्होंने कहा कि होमगार्ड जवानों के ड्यूटी एवं भत्ते को लेकर पहले अनियमितता की लगातार शिकायतें मिलती थी, लेकिन अब ड्यूटी एवं भत्ता से लेकर अन्य सभी रिकॉर्ड ऑनलाइन कर दिये गए हैं। जवानों को स्वयं ड्यूटी की जानकारी मिल जाती है। भत्ते उनके सीधे खाते में भेजे जा रहे हैं।
मंत्री ने विंध्यायल देवी मंदिर में दिव्यांगों को बस व रेलवे स्टेशन से लाकर विशेष दर्शन कराने की व्यवस्था के लिए मिर्जापुर के मंडलीय कमांडेंट सुधाकरा चार्य पांडेय और जिला कमांडेंट बीके सिंह की सराहना की।

होमगार्ड विभाग के अपर मुख्य सचिव अनिल कुमार ने बताया कि योगी सरकार ने होमगार्ड के दैनिक भत्ता में बढ़ोत्तरी कर 375 रुपये 876 किया है। आनलाइन ड्यूटी लगाई जा रही है। तीन साल में वर्दी भत्ते के तीन हजार रुपये होमगार्ड के बैंक खाते में दिए जाते हैं। डीजी होमगार्ड विजय मौर्या ने कहा कि होमगार्ड जवानों के हादसे व आकस्मिक मौत पर इनके आश्रितों को पांच लाख रुपये सहायता राशि दी जा रही है।

इसके अलावा बैंक से दुर्घटना बीमा के तहत 30-40 लाख रुपये मिलता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में करीब 80 हजार होमगार्ड जवान ड्यूटी कर रहे हैं। इस मौके पर परेड कमांडर एवं कमांडेंट विंध्यायल पाठक, धीरेंद्र नाथ सिंह के निर्देशन में बैंड, आपदा दल, अग्नि रक्षक दल समेत 12 टुकड़ियों ने परेड के दौरान अतिथियों को सलामी दी। परेड मैदान में थंडर बोल्ट टुकड़ी की कमान संभालने वाले कम्पनी कमाण्डर सचिन मिश्रा समेत उनकी टुकड़ी में शामिल महिलाओं के प्रदर्शन को सभी ने सराहा। इस दौरान डीजी जेल एसएन सावंत, मुख्यालय डीआइजी विवेक कुमार सिंह व झांसी मण्डल के डीआईजी रणजीत कुमार सिंह के अलावा एके सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।