सिसौली। कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन को और विस्तार देने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा व्यापक स्तर पर रणनीति तैयार कर रहा है। पश्चिमी उप्र में आंदोलन मजबूती से हो रहा है। इस बार कोशिश यह है कि रेल रोको आंदोलन से सरकार के खिलाफ दमदार तरीके से विरोध दर्ज कराया जाए। इसे सफल बनाने के लिए भी जगह जगह बैठकें हो रही है। इसके लिए 17 अक्तूबर को भाकियू की मासिक पंचायत मे रेल रोको आंदोलन की तैयारियों को लेकर रणनीति तैयार की गई।
भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि ये आंदोलन किसानों के मान सम्मान की लड़ाई है। सभी किसानों को आपसी लड़ाई भूलकर आंदोलन को मजबूती देने का काम करना चाहिए। चौ. नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार अंग्रेजों की तरह आमजन में दहशत फैलाना चाहती है मगर किसानों की ताकत ने सरकार के इरादे पस्त कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान लगातार आता जाता रहे। रेल रोको आंदोलन को लेकर चौ. गौरव टिकैत ने कहा कि रेल रोकने का समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक मंसूरपुर- खतौली रहेगा। चौ नरेश टिकैत ने सभी किसानों से अनुशासित रहकर आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया। पंचायत मे धीरज लाटीयान, अभिजीत बालियान, मास्टर जाहिद, बिजेंद्र प्रधान, रविन्द्र राणा, भंवर सिंह, ऋषिपाल अक्खी आदि लोग शामिल रहे। पंचायत की अध्यक्षता बत्तीसा खाप के चौधरी विनय कुमार व संचालन अजय पिंडारा ने किया।
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