मुजफ्फरनगर। अयोध्या में श्रीराम मंदिर स्थापना को लेकर आरएसएस ने तैयारियों को धार दे दी है। जनपदवार कार्यक्रम तय हुए हैं। जिले में 300 मंदिरों को चयनित किया गया है, जहां 22 जनवरी को महाआरती होगी। वहीं इन्हीं धार्मिक स्थल से पहली से 15 जनवरी तक संघ की ओर से गठित टोलियां महासंपर्क अभियान चलाएंगी, जिसमें घर-घर जाकर लोगों को अयोध्या से आए चावल (अक्षत) व भगवान श्रीराम का चित्र देंगी।
मालवीय चौक स्थित आरएसएस कार्यालय पर संघ के क्षेत्रीय शारीरिक प्रमुख और जिले के पालक अधिकारी नरेश कुमार विकल ने संवाद किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर स्थापित हो रहा है। यह हिंदुओं की 400 साल की तपस्या का परिणाम है। उन्होंने बताया कि पहली जनवरी से जनपद के धार्मिक स्थलों से अभियान की शुरूआत होगी। सभी घरों में अयोध्या से आया चावल और श्रीराम का चित्र वितरित किया जाएगा। यह शक्ति प्रदर्शन नहीं, बल्कि सनातनी की आस्था का भक्ति पर्व है। उन्होंने कहा कि नागरिकों से अपील है कि 22 जनवरी को अपने घर आंगन में पांच दीपक जरूर जलाएं, ताकि दीपावली जैसा माहौल हो सके। इसी दिन नागरिक समीप के मंदिरों में जाएं और सुबह 11 से एक बजे तक वहीं रहें। दोपहर 12 बजे होने वाली महाआरती का हिस्सा बनें। भाजपाई भी रामभक्त के रूप में शामिल हो सकते हैं। जनपद में कार्यक्रम प्रभारी जिला प्रमुख विकास भार्गव ने बताया कि शहर को 56 बस्तियों में बांटा गया है। सभी बस्तियों के लिए 250 टोलियों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है।