मुजफ्फरनगर /पानीपत। भ्रूण जांच के नाम पर वसूली करने वाले एक दलाल को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस की मदद से काबू किया है। धरे गए आरोपी की पहचान राणा माजरा गांव निवासी अमजद के रूप में हुई है। आरोप है कि वह हरियाणा के विभिन्न जिलों से गर्भवतियों को यूपी के मुजफ्फरनगर ले जाता था, जहां एक निजी अस्पताल में भ्रूण जांच कराता था। बदले में उनसे मोटी रकम वसूलता था। इस आशय की शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डिकॉय (गर्भवती महिला) की मदद से आरोपी को काबू किया है।
पीएनडीटी टीम की सदस्य डॉ. रिंकू सांगवन ने बताया कि सिविल सर्जन को गुप्त सूचना मिली थी कि गांव राणा माजरा का अमजद लिंग जांच कराता है। इसके बाद सिविल सर्जन ने आरोपी को पकड़ने के लिए तीन डॉक्टरों की एक टीम तैयार की थी। साथ ही एक डिकॉय तैयार किया गया। डिकॉय ने अमजद से लिंग जांच कराने के लिए संपर्क साधा। इस पर आरोपी अमजद ने लिंग जांच कराने के लिए 20 हजार रुपये की मांग की। फिर तय समयानुसार आठ जनवरी को आरोपी अमजद डिकॉय को लेने के लिए स्काई लार्क रिसोर्ट के सामने आ गया। साथ में उसका पति भी था। दोनों को गाड़ी में बैठाकर अमजद मुजफ्फरनगर ले गया। इस दौरान पहले से तैयार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनका पीछा भी किया, लेकिन मुजफ्फरनगर में मटका चौक पर जाम लगा था। इस दौरान अमजद की गाड़ी टीम की नजरों से ओझल हो गई। जांच के बाद जब दंपती को लेकर आरोपी अमजद वापस लौट रहा था, तभी डिकॉय ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को मोबाइल पर अपनी लोकेशन भेजी।
साथ ही मैसेज कर बताया कि वे अस्पताल में लिंग जांच करा चुके हैं, जहां उसके गर्भ में लड़की बताई गई है। बदले में उससे 20 हजार रुपये ले लिए गए हैं। लोकेशन मिलने पर उन्होंने दोबारा अमजद का पीछा किया और सनौली नाका पर पानीपत पुलिस की मदद से उन्हें रोक लिया।
यहां पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी अमजद को हिरासत में ले लिया। तलाशी के दौरान उसकी जेब से 1500 रुपये बरामद किए गए। बाकी रकम उसने अपने किसी जानकार को अस्पताल में ही दे दी। स्वास्थ्य विभाग की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पर केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को कोर्ट में पेश करने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम के अनुसार, प्रथमदृष्टया इस मामले में डॉक्टर की कोई गलती नहीं मिली है। डॉक्टर ने नियमानुसार ही अल्ट्रासाउंड किया था। फार्म भी भरवाया गया था। इस दौरान आरोपी अमजद ने सामान्य अल्ट्रासाउंड कर दंपती को गर्भ में लड़की होने की गलत जानकारी दी और उनसे 20 हजार रुपये ले लिए थे। मामले के विस्तृत जांच की जा रही है।