मुजफ्फरनगर। श्रीराम कॉलेज के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में बुधवार को भगवान श्रीराम के व्यक्तित्व एवं आदर्शों पर नुक्कड नाटक और मेहंदी प्रतियोगिता कराई गई थी। सबके हैं राम थीम पर कार्यक्रम में मुस्लिम छात्राओं ने भी अपने हाथों पर मेहंदी से श्रीराम लिखा और आकृतियां बनाई थी। मुस्लिम छात्राओं ने इनाम भी जीते थे। बृहस्पतिवार को जमीयत उलमा का प्रतिनिधिमंडल संयोजक मौलाना मुकर्रम अली कासमी के नेतृत्व में एसएसपी ऑफिस पहुंचा। मौलाना ने कहा कि मुस्लिम समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है। शिक्षण संस्थान में ऐसा व्यवहार गलत है। शिक्षा और प्रतियोगिता के नाम पर बच्चों का गलत प्रयोग किया जा रहा है।
इससे मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस लगी है। मामले की जांच कराकर संस्थान के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी गई। इस मौके पर अब्दुल खालिक, मुफ्ती मुजीर, मुफ्ती दानिश और मुफ्ती अनुद्दीन शामिल रहे। उधर, एसएसपी अभिषेक सिंह ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। श्रीराम कॉलेज में यह पहला विवाद नहीं है।इससे पहले फैशन शो में बुर्के को रैंप पर उतारने को लेकर विवाद हुआ था। मुस्लिम संगठनों ने कहा था कि फैशन के नाम पर मुस्लिम छात्राओं से कैटवॉक कराया गया।
उधर, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष रवि गौतम का कहना है कि संस्थान में सिर्फ रचनात्मक गतिविधि कराई गई थी। इससे धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।राम कॉलेज में मुस्लिम छात्राओं के हाथों पर मेहंदी से श्रीराम लिखवाने का विरोध शुरू हो गया है। जमीयत उलमा के पदाधिकारियों ने पुलिस ऑफिस में प्रार्थना पत्र देकर जांच की मांग की। एसएसपी अभिषेक सिंह ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी।