मुजफ्फरनगर/भोपा। शहर के भोपा रोड स्थित पेपर मिल में शनिवार रात काम करते हुए गांव बरूकी निवासी श्रमिक की जेसीबी मशीन की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना से गुस्साए परिजन और ग्रामीणों ने पेपर मिल में आर्थिक सहायता की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। तीन घंटे बाद दोनों पक्षों में समझौता होने पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मोर्चरी भेज दिया।

भोपा थाना क्षेत्र के गांव बरूकी निवासी अनुज (25) भोपा रोड स्थित एक पेपर मिल में मजदूरी करता था। शनिवार देर रात पेपर मिल में काम करते समय वह गत्ता उठा रही जेसीबी मशीन की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। युवक की मौत की सूचना मिलते ही उसके परिजनों में कोहराम मच गया। पीड़ित परिजन व ग्रामीण रविवार सुबह पेपर मिल जा पहुंचे और मिल प्रबंधन की लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिजनों को 15 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।

गुस्साए ग्रामीण मिल परिसर में ही धरने पर बैठ गए। मामले की जानकारी मिलने पर थाना पुलिस भी मौके पर जा पहुंची। बाद में मिल प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच हुई वार्ता में दस लाख की आर्थिक सहायता और युवक की पत्नी को पेंशन दिए जाने की मांग मानने पर ग्रामीण शांत हुए और धरना खत्म किया। इस दौरान ग्राम बरूकी प्रधान लोकेंद्र सिंह, पूर्व प्रधान जगपाल सिंह, आनंदपाल सिंह, जोगिंदर कुमार, संजय, अरविंद, अमित, राजू, जमील मौजूद रहे।

पेपर मिल में जेसीबी की चपेट में आकर जान गंवाने वाले गांव बरूकी निवासी अनुज के भाई सचिन की भी करीब दो साल पूर्व खतौली क्षेत्र में हुए हादसे में मौत हो चुकी है। दो साल के भीतर परिवार के दो युवकों की मौत होने से परिवार पूरी तरह से टूट गया है। अनुज की करीब दो साल पूर्व ही शादी हुई थी, जिसके परिवार में पत्नी अनीता और दस माह की बेटी प्रियांशी है। वहीं, मां केशो देवी व भाइयों शिवकुमार व अरुण का भी रो-रोकर बुरा हाल है।

शहर के भोपा रोड स्थित पेपर मिल में शनिवार रात काम करते हुए गांव बरूकी निवासी श्रमिक की जेसीबी मशीन की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना से गुस्साए परिजन और ग्रामीणों ने पेपर मिल में आर्थिक सहायता की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। तीन घंटे बाद दोनों पक्षों में समझौता होने पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मोर्चरी भेज दिया।

भोपा थाना क्षेत्र के गांव बरूकी निवासी अनुज (25) भोपा रोड स्थित एक पेपर मिल में मजदूरी करता था। शनिवार देर रात पेपर मिल में काम करते समय वह गत्ता उठा रही जेसीबी मशीन की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। युवक की मौत की सूचना मिलते ही उसके परिजनों में कोहराम मच गया। पीड़ित परिजन व ग्रामीण रविवार सुबह पेपर मिल जा पहुंचे और मिल प्रबंधन की लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिजनों को 15 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।

गुस्साए ग्रामीण मिल परिसर में ही धरने पर बैठ गए। मामले की जानकारी मिलने पर थाना पुलिस भी मौके पर जा पहुंची। बाद में मिल प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच हुई वार्ता में दस लाख की आर्थिक सहायता और युवक की पत्नी को पेंशन दिए जाने की मांग मानने पर ग्रामीण शांत हुए और धरना खत्म किया। इस दौरान ग्राम बरूकी प्रधान लोकेंद्र सिंह, पूर्व प्रधान जगपाल सिंह, आनंदपाल सिंह, जोगिंदर कुमार, संजय, अरविंद, अमित, राजू, जमील मौजूद रहे।

पेपर मिल में जेसीबी की चपेट में आकर जान गंवाने वाले गांव बरूकी निवासी अनुज के भाई सचिन की भी करीब दो साल पूर्व खतौली क्षेत्र में हुए हादसे में मौत हो चुकी है। दो साल के भीतर परिवार के दो युवकों की मौत होने से परिवार पूरी तरह से टूट गया है। अनुज की करीब दो साल पूर्व ही शादी हुई थी, जिसके परिवार में पत्नी अनीता और दस माह की बेटी प्रियांशी है। वहीं, मां केशो देवी व भाइयों शिवकुमार व अरुण का भी रो-रोकर बुरा हाल है।