मेरठ।    मेरठ-हस्तिनापुर-बिजनौर रेलवे लाइन योजना को वर्ष 2023-24 के बजट में झटका लगा था, लेकिन इस बार के बजट से काफी उम्मीदें हैं। यह रेल लाइन तीनों जिलों के 43 गांवों से गुजरेगी, जिसकी डीपीआर बन चुकी है। डीपीआर के अनुसार दौराला, लावड़, मवाना खुर्द, मवाना, हस्तिनापुर, बहसूमा, रामराज, लालपुर, विदुर कुटी, बिजनौर पर स्टेशन बनेगा।

कई सालों से मेरठ-हस्तिनापुर-बिजनौर तक रेलवे लाइन की मांग उठ रही है। 63.5 किलोमीटर रेल लाइन के लिए हुए सर्वे होने के बाद डीपीआर बनकर तैयार हो चुकी है। डीपीआर के अनुसार, 43 गांवों के लोगों की सहूलियत के लिए दौराला, मवाना, छोटा मवाना, बड़ा मवाना, हस्तिनापुर, रामराज, विदुर कुटी, बिजनौर में स्टेशन बनेंगे। इस बार बजट में इस रेल मार्ग की मांग पूरी होने की उम्मीद है। इस नई रेल लाइन में 3056 करोड़ रुपये की लागत आएगी। दौराला रेलवे स्टेशन से नई रेल लाइन बनाई जाएगी।

यह मेरठ जिले के 31 गांव, मुजफ्फरनगर के आठ और बिजनौर के चार गांव से होकर रेल लाइन गुजरेगी। इस रेल लाइन को बनाने के लिए 305 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इसमें मेरठ की 235 हेक्टेयर, मुजफ्फरनगर की 44 हेक्टेयर और बिजनौर की 26 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा।

मेरठ-पानीपत नई रेल लाइन परियोजना को भी विगत बजट में झटका लगा था। 104 किलोमीटर लंबा मेरठ-पानीपत रेलवे ट्रैक बिछाने का उल्लेख है, मगर बजट का प्रावधान नहीं किया गया है। बताते चले कि इस रेल मार्ग का प्रावधान तब से है जब रेल मंत्री मनोज सिन्हा थे।

मेरठ-हस्तिनापुर-बिजनौर रेलवे योजना से मेरठ, मुजफ्फरनगर व बिजनौर के सरधना, मवाना, हस्तिनापुर, मीरापुर, बिजनौर सदर विधानसभा क्षेत्र के लोग लाभांवित होंगे। इस रेल लाइन को गंगा नदी के पास एलिवेटेड बनाया जाएगा। कुल 19.200 किलोमीटर एलिवेटेड रेल लाइन बनेगी, जबकि 46.92 किलोमीटर जमीन पर बनेगी।

लालपुर और विदुर कुटी के बीच गंगा नदी पर रेल लाइन बिछाने के लिए 1.500 किलोमीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। वैसे इस ट्रैक पर सात बड़े रेलवे ओवरब्रिज और 25 छोटे पुल बनाए जाएंगे।