मुजफ्फरनगर। करीब चार सौ साल पुराने मुजफ्फरनगर नाम में बदलाव के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल की ओर से नाम के इतिहास को लेकर पत्र लिखा गया है। जिले का नाम शुकतीर्थ नगर करने का विकल्प दिया गया है।
मुगल काल में मुन्नवर लश्कर खान ने अपने पिता मुजफ्फर खान की याद में लगभग 391 साल पहले आसपास के गांव की आबादी को मिलाकर मुजफ्फरनगर नाम दिया था। ब्रिटिश काल में जिला घोषित हुआ। आजादी के बाद समय-समय पर जिले का नाम बदलने की मांग उठती रही है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने नाम को लक्ष्मीनगर रखे जाने का तर्क दिया। यही नहीं संघ के पत्राचार में लक्ष्मीनगर का ही प्रयोग किया जाता रहा है। पिछले साल केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने भी जिले का नाम बदले जाने की बात की थी।
नया मामला कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल के पत्र का है। शुकतीर्थ विकास परिषद के गठन के एलान के बाद उन्होंने जिले का नाम मुजफ्फरनगर के बजाए शुकतीर्थ नगर रखे जाने का सुझाव देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा है। तर्क दिया गया है कि शुकतीर्थ जिले का सबसे पौराणिक स्थल है। महाभारत काल और इसके बाद का इतिहास शुकतीर्थ में छिपा है, जबकि मुजफ्फरनगर नाम मुगलकाल में दिया गया था।