चरथावल। दो साल पूर्व बिरालसी में नई गन्ना समिति के गठन के बाद समिति के गोदाम और दफ्तर का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। एक करोड़ रुपये चालू वित्तीय वर्ष में खर्च करने का बजट है। बेसमेंट में बनने वाली बिरालसी समिति जिले की पहली समिति होगी।

बिरालसी गांव में नई समिति के संचालन अगले पेराई सत्र में शुरू होने होगा। हालांकि इस समिति से संबद्ध 26 गांवों के गन्ना आपूर्ति का कमीशन बिरालसी समिति के नाम में जमा हो रहा है। नया भवन बनने तक वैकल्पिक तौर पर रोहाना समिति से तमाम कार्य हो रहा है। अगले साल किसानों को रोहाना दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।

31 दिसंबर 2021 को भूमि पूजन के बाद उसके बाद नवंबर तक सिर्फ चाहर दीवारी का निर्माण हो पाया था। बेसमेंट निर्माण के लिए मिट्टी की जांच और बजट संशोधन की पत्रावली काफी समय शासन में अटक रही थी। पूरी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद बेसमेंट के पिलर और दीवारों का निर्माण अंतिम चरणों में है। करीब पौने चार बीघा जमीन में बेसमेंट में मिट्टी भराव किया गया है। बेसमेंट के ऊपर प्रथम मंजिल का लिंटर की तैयारी चल रही है।

समिति के मुख्य प्रवर्तक सोमपाल सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र के समिति का भवन बनने के बाद किसानों को गन्ना सट्टा और भुगतान संबंधी समस्याओं के लिए 30 से 35 किमी दूर रोहाना समिति जाने से मुक्ति मिलेगी। किसानों को नई समिति की आस में दो पेराई सत्र बीत चुके हैं। किसान मोनी ठाकुर ने बताया वर्ष 2021 में पूर्व गन्ना मंत्री सुरेश राणा के प्रयास से बिरालसी में 26 गांवों को जोड़कर नई समिति बनाने का शासनादेश जारी हुआ था। नई गन्ना समिति के भवन में कार्य शुरू होने से करीब 10 हजार किसान लाभान्वित होंगे। उनका रोहाना से नाता खत्म हो जाएगा।

बेसमेंट में फार्म मशीनरी स्टोर और मीटिंग हॉल बनेगा। इस वर्ष एक करोड़ रुपये का बजट मंजूर है। बेसमेंट के ऊपर समिति का आधुनिक दफ्तर बनेगा। बाकी बजट कार्य के अनुसार जारी होता रहेगा। आगामी पेराई वर्ष में बिरालसी समिति में कार्य का संचालन शुरू हो जाएगा