मुजफ्फरनगर। पंजाब में किसान आंदोलन के चलते मंगलवार को दो ट्रेनें रद्द रहीं। रोडवेज बसों पर दूसरे दिन भी आंदोलन का असर दिखाई दिया। अमृतसर जाने वाली बस को अंबाला में रोक दिया गया। चंडीगढ़ जाने वाली बस का रूट बदला गया।

पिछले तीन दिन से पंजाब व हरियाणा बाॅर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है। वहां पर तनाव का माहौल बना है, जिस कारण पुलिस ने शंभु व जिरकपुर बाॅर्डर को सील कर दिया है। जिस कारण मुजफ्फरनगर से पंजाब आने जाने वाली रोडवेज बसों के चालक-परिचालकों और यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को अमृतसर से आने वाली रोडवेज बस में सवार यात्रियों को चालक ने गांव देहात मार्ग से होते हुए अंबाला पहुंचाया था। मुजफ्फरनगर डिपो की चंडीगढ़ जाने वाली बस भी अंबाला से पहले ही गांव शाह के रास्ते पंचकुला होकर आ जा रही थी। इन बसों का बुधवार को भी यही रूट रहा, लेकिन अमृतसर जाने वाली बसों के लिए परेशानी सामने आई।

मुजफ्फरनगर से रोजाना अमृतसर जाने वाली बस बुधवार को अंबाला में ही रोक ली गई। आगे किसान आंदोलन प्रभावी होने के कारण बस को आगे नहीं भेजा गया। बस के चालक ओमपाल ने बताया कि अमृतसर जाने के लिए राजपुरा व जिरकपुर वाले दो मार्ग हैं और दोनों ही बंद कर दिए गए हैं। जिस कारण बस आगे नहीं जा सकी और सभी 19 यात्रियों को अंबाला में उतार कर वहां से यात्रियों को लेकर वापस आना पड़ा।

चंडीगढ़ जाने वाली बस के परिचालक प्रमोद ने बताया कि बुधवार को भी दूसरे मार्ग से चंडीगढ़ पहुंचना पड़ा। फिलहाल इस मार्ग पर कोई परेशानी सामने नहीं आई है। परिवहन निगम के एआरएम प्रभात कुमार सिन्हा ने बताया कि चालकों को अपनी व यात्रियों को सुरक्षित रखते हुए बसों का संचालन करने को कहा गया है। उधर, बुधवार को आंदोलन के कारण नई दिल्ली से जालंधर जंक्शन जाने वाली इंटरसिटी ट्रेन दोनों तरफ से रद्द कर दी गई।