मुज़फ्फरनगर। मौसम में ठंडक बढ़ने के साथ ही शहर की आबोहवा भी प्रभावित होने लगी है। प्रदूषण विभाग ने चैकिंग कर एक फैक्ट्री व एक बूरा भट्ठी पर प्रदूषण फैलाने पर जुर्माना लगाया है। साथ ही प्रदूषण नियंत्रण को फायर सर्विस की सहायता से पानी का छिड़काव किया और स्मोग गन का उपयोग किया।

डीएम चंद्रभूषण सिंह के निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अंकित सिंह ने प्रदूषण विभाग की टीम को लगातार क्षेत्र भ्रमण के लिए सक्रिय किया हुआ है। प्रदूषण टीम ने क्षेत्र भ्रमण के दौरान जानसठ रोड पर मै. विनायक इण्डस्ट्रीज (पायरोलिसिस प्लांट) से अत्यधिक मात्रा में वायु प्रदूषण का उत्सर्जन होता हुआ पाए जाने पर इस फैक्ट्री पर प्रदूषण नियंत्रण होने तक प्रतिदिन 6250 रुपये की दर से जुर्माना लगाये जाने तथा वायु अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई किए जाने की संस्तुति प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मुख्यालय प्रेषित की है।

इसी टीम ने जौली रोड पर बिलासपुर में स्थित बूरा फैक्ट्री मै. सन्दीप कुमार कुलदीप कुमार का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के फैक्ट्री में स्थापित भट्टी में प्रतिबंधित ईंधन पॉलिथीन वेस्ट का प्रयोग पाये जाने के कारण 25000 रुपए का जुर्माना लगाये जाने की संस्तुति उपजिलाधिकारी सदर को प्रेषित की गई है। क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार लाये जाने के दृष्टिगत् फायर विभाग के सहयोग से शहर में वाटर स्प्रिंकलिंग करायी गयी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा एन्टी स्मोग गन का प्रयोग भोपा रोड पर कराया गया तथा पेपर उद्योगों के टैंकर्स के माध्यम से पानी का छिड़काव शहर की विभिन्न सड़कों पर कराया गया, जिससे लगातार उड़ने वाली धूल में कमी लायी जा सके। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा नागरिकों से भी अपील की गयी कि किसी भी दशा में कूड़ा/वेस्ट आदि को न जलाया जाए। मुजफ्फरनगर में रात्रि 9 बजे एयर क्वालिटी इंडैक्टस पूअर क्वालिटी में 236 के स्तर पर रहा।