बागपत। सपा-कांग्रेस गठबंधन उत्तर प्रदेश की इस सीट पर नए समीकरण बना रहा है। वहीं, सपा ने हर बिरादरी में सेंधमारी की तैयारी शुरू कर दी है।
लोकसभा चुनाव के लिए सपा व कांग्रेस के बीच गठबंधन होने से बागपत में नए समीकरण बन रहे हैं। सपा ने मुस्लिम, यादव के बाद जाटों व गुर्जरों को अपने साथ लाने के लिए काम शुरू कर दिया है। जिसकी शुरुआत जाट बिरादरी से लोकसभा प्रभारी बनाकर की गई तो अब गुर्जर बिरादरी से प्रत्याशी तलाश किया जा रहा है। इसके बाद अन्य में सेंधमारी की जाएगी और इस तरह लोकसभा चुनाव किसी के लिए आसान होता नहीं दिख रहा है।
सपा व कांग्रेस के बीच पिछले सप्ताह तक गठबंधन को लेकर खींचतान हो रही थी और ऐसे में गठबंधन नहीं होने से भाजपा व रालोद के पक्ष में समीकरण बन रहे थे। मगर गठबंधन के बाद बागपत के नए समीकरण बन रहे हैं तो सपा ने हर बिरादरी में सेंधमारी शुरू कर दी है। जहां सपा ने अपने कोर वोटर कहे जाने वाले यादवों को खुश करने के लिए जिलाध्यक्ष रविंद्र यादव को बनाया था, वहीं अब जाटों को खुश करने के लिए लोकसभा प्रभारी मनोज चौधरी को बना दिया था।
ऐसे में वह जाटों के बीच सेंधमारी करेंगे। वहीं अब सपा ने गुर्जरों पर नजर टिकाई है। इसका बड़ा कारण यह है कि बागपत लोकसभा सीट पर गुर्जर वोटर काफी है और उनको अपने साथ करने के लिए गुर्जर प्रत्याशी की तलाश की जा रही है। क्योंकि यह माना जा रहा है कि भाजपा के साथ रालोद का गठबंधन होने पर मुस्लिम का वहां जाना मुश्किल है और उसका पूरी तरह से झुकाव सपा के साथ रहेगा। इसके साथ ही कांग्रेस का कोर वोटर भी गठबंधन के कारण सपा के पास ही जा सकता है। इसको देखते हुए ही सपा ने गुर्जर, ब्राह्मण, दलित, कश्यप को ज्यादा से ज्यादा अपने साथ करके नए समीकरण बनाने की तरफ कदम बढ़ा दिया है।
यहां अभी तक बसपा सक्रिय नहीं हो रही थी। लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए बसपा भी सक्रिय होने लगी है। बसपा ने जगह-जगह कार्यक्रम शुरू कर दिए है तो लोगों से संपर्क बढ़ाना शुरू कर दिया है। मगर उनकी यह सक्रियता लोगों को उनसे जोड़ने में कितनी कामयाब होती है, यह बाद में पता चलेगा।