मुजफ्फरनगर। क्षेत्र में बुखार का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बार-बार शिकायत के बावजूद स्वास्थ्य विभाग लापरवाही बरत रहा है। तेजलहेड़ा गांव में बुखार से दो दिन में दो महिलाओं की मौत हो गई। गांव में गम का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि बुखार के सैकड़ों मरीज हैं,लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम अभी तक गांव में नहीं पहुंची है। ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।

तेजलहेड़ा में सोनू की पत्नी गीता (26) की बुखार से मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि पहले घर पर ही उपचार कराया। गंभीर हालत होने पर नर्सिंगहोम ले गए, जहां मौत हो गई। इसके बाद विद्युत निगम से रिटायर्ड तेजपाल की पत्नी ज्ञानवती की दो घंटे में ही मौत हो गई।

भाकियू के निवर्तमान तहसील अध्यक्ष राहुल गुर्जर ने बताया कि बुखार आने पर परिजन देहरादून इलाज के लिए लेकर चले उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। गांव में सरकारी स्वास्थ्य विभाग की कोई सहायता नहीं मिल रही है। बुखार को लेकर गांव में खौफ का माहौल है। हर घर में बुखार के मरीज हैं। गांव में बुखार की चपेट में आने से अब तक एक महीने में चार लोगों की मौत हुई है। सीएमओ डॉ. एमएस फौजदार का कहना है कि बुखार से मौत का मामला जानकारी में नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में भेजकर जांच कराई जाएगी।