मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर जनपद के सिखेड़ा में चितौड़ा गंगनहर झाल में नहाते समय दो छात्रों के डूबने की घटना को दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं लगा है। पीएसी के गोताखोर दोनों छात्रों को तलाशने में जुटे हैं। सिखेड़ा थाने की पुलिस के अलावा अन्य कोई बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। आज फिर से सर्च अभियान चलाया जाएगा।

लद्दाख के शहर कारगिल निवासी अब्बास पुत्र मोहम्मद और मेरठ के जैदी फार्म नौचंदी निवासी एलएलबी का छात्र काजिम पुत्र आफताब शनिवार को चितौड़ा झाल में नहाते हुए डूब गए थे। दोनों छात्रों की तलाश में रविवार शाम से पीएसी के गोताखोरों ने मोटर बोट की मदद से गंगनहर में अभियान चलाया, लेकिन छात्रों का कुछ पता नहीं चल सका। सोमवार शाम को सात बजे यह अभियान बंद कर दिया गया। इस दौरान सिखेड़ा पुलिस व क्षेत्र के दर्जनों लोग मौजूद रहे।

सीओ नई मंडी रुपाली राव का कहना है कि मेरठ पीएसी के गोताखोर गंगनहर में छात्रों को तलाश कर रहे हैं। इसके बावजूद अभी तक छात्रों का गंगनहर में कहीं पता नहीं चल सका है। इस तरह पहुंच गए थे नहाने के लिए लद्दाख के शहर कारगिल निवासी अब्बास पुत्र मोहम्मद हसन व कारगिल का ही मुस्तफा संधावली के चैरिटेबल ट्रस्ट अजहरे के छात्रावास में रहते थे। अब्बास चार साल से रहता था और वह कक्षा नौ में संधावली के डीएन पब्लिक स्कूल में पढ़ता था, जबकि उसका साथी मुस्तफा दो साल से रहता था और डीएन स्कूल में ही कक्षा आठ में पढ़ता था।

दोनों का एक अन्य साथी मेरठ के जैदी फार्म नौचंदी निवासी काजिम पुत्र आफताब वर्तमान में मुजफ्फरनगर के एक कालेज से एलएलबी की शिक्षा ग्रहण कर रहा था। वह पूर्व समय में इसी छात्रावास में रहता था। जिस कारण तीनों में दोस्ती थी।

इन्हीं का एक साथी सिखेडा के गांव भटोड़ा का रहने वाला शान हैदर पुत्र वसी पूर्व समय में छात्रावास में रहता था। कुछ समय से उसने वहां रहना छोड़कर अपने घर रहना शुरू कर दिया था। तीनों साथी शनिवार को शान हैदर के घर भटोड़ा पहुंचे थे और इसके चारों चितौड़ा गंगनहर झाल पर नहाने गए थे। वहां अब्बास व काजिम डूब गए थे, अभी तक दोनों छात्रों का सुराग नहीं लग सका है। अब्बास छात्रावास में रहता था। उसके परिजन लदाख में रहते है। उन्हें बेटे के डूबने की सूचना छात्रावास संचालक ने दे दी थी लेकिन परिजन अभी नहीं पहुंचे है।

मुजफ्फरनगर के गांव संधावली में स्थित चैरिटेबल ट्रस्ट अजहरे के छात्रावास में चार दिन पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने टीम के साथ निरीक्षण किया था। इस दौरान यह बिना पंजीकरण के चलता मिला था। जबकि वहां पर 140 छात्र रह रहे थे। अनाथालय के संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए है। शनिवार को इस छात्रावास के दो छात्र नहाने के लिए छात्रावास से चले गए इस मामले में छात्रावास के संचालकों पर सवाल उठ रहे हैं।

छात्रावास ट्रस्ट के सदस्य जरगान ने बताया कि भटोडा निवासी शान हैदर ने पढाई छोड दी थी। वह अपने घर रहता था। काजिम ने भी काफी समय पहले छात्रावास को छोड दिया था। वह मेरठ में रहता था। वह मुजफ्फरनगर के किसी कालेज से एलएलबी कर रहा था। अब्बास के परिजनों को हादसे की सूचना कराई गई है। जिलेभर में गंगनहर, रजबहों और नदी पर दोपहर के समय युवा नहाते नजर आते हैं। खतरनाक तरीके से छलांग लगाकर नहा रहे हैं। कई बार हादसे हो चुके हैं।