मुजफ्फरनगर। भाजपा प्रत्याशी डॉ. संजीव बालियान इस बार सदर, खतौली और सरधना सीट पर 2019 के मुकाबले बढ़त बरकरार नहीं रख पाए। बसपा प्रत्याशी दारा सिंह प्रजापति खतौली और सदर सीट पर बढ़े तो भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा। जाट बेल्ट की बुढ़ाना सीट पर भी भाजपा पिछले चुनाव के मुकाबले नतीजे नहीं बदल सकी। रालोद का साथ मिलने के बावजूद यहां मत प्रतिशत नहीं बढ़ा और हार का सिलसिला जारी रहा।
भाजपा का गढ़ माने जाने वाली खतौली विधानसभा सीट से संजीव बालियान जीते तो जरूर, लेकिन सिर्फ 3012 वोटों की ही बढ़त ही ले पाए। इस सीट पर संजीव बालियान को 83473, हरेंद्र मलिक को 80451, दारा सिंह को 37401, सुनील त्यागी को 953 मत मिले। 2019 में भाजपा ने इस सीट पर बड़ी बढ़त ली थी।
मुजफ्फरनगर सदर विधानसभा सीट पर 2019 में 15 हजार से ज्यादा मतों से जीतने वाले डॉ. संजीव बालियान की इस बार बढ़त केवल 801 वोट ही रही है। यहां संजीव बालियान को 97401, हरेन्द्र मलिक को 96600, दारा सिंह को 17570, सुनील त्यागी को 1152 वोट मिले। इसी प्रकार सरधना सीट भी संजीव बालियान को विजयी बढ़त नहीं मिल पाई।
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट में शामिल बुढ़ाना विधानसभा में इस बार की चुनावी जंग में भी संजीव बालियान के लिए जीत और हार का आंकड़ा नहीं बदला। अजित सिंह के सामने भी संजीव बालियान बुढ़ाना विधानसभा सीट पर 16 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से पराजित हुए थे और 2024 में भी इस सीट पर 16 हजार से ज्यादा मतों से हारे हैं। बुढ़ाना में कुल 241966 मत पड़े। इनमें हरेंद्र मलिक को 116151, डॉ. संजीव बालियान को 100075, बसपा के दारा सिंह प्रजापति को 20288 और निर्दलीय सुनील त्यागी को 2812 वोट मिले हैं। यहां हरेन्द्र मलिक ने 16076 मतों के अंतर से संजीव को पराजित किया।
चरथावल विधानसभा में भी सपा जीती है। यहां कुल 212056 वोटों में से हरेन्द्र मलिक को 95766 और बालियान को 82085, दारा सिंह को 30308 और सुनील त्यागी को 1442 वोट प्राप्त हुए। यहां पर हरेन्द्र मलिक ने 13681 मतों से संजीव बालियान को हराया। चरथावल सीट से हरेन्द्र मलिक के पुत्र पंकज मलिक विधायक हैं।