दरअसल, सीएनजी पंप पर पहले कार सवार फिरोज व नवेद और फिर पंप सेल्समैनों से मारपीट के बाद पुलिस से बचने के लिए कार और बाइक सवार बराती हाईवे पर पहुंचने के लिए गांव भैंसी की गलियों में घुस गए। गांव में तेज रफ्तार से कार व बाइक दौड़ाते बराती एक बंद गली में पहुंचे, तो ग्रामीणों ने उन्हें गांव में बेतरतीब वाहन दौड़ाने पर नसीहत दे दी, जिससे बरातियों ने पथराव कर दिया, तो ग्रामीणों ने उनको बदमाश समझकर घेराबंदी कर ली।
ग्रामीणों ने बरातियों को लाठी-डंडों से जमकर पीटा, जिसमें बालैनी निवासी इस्लाम, हारून व साहिल के साथ ही इस्लामनगर निवासी इश्त्याक भी घायल हो गए। गनीमत रही कि थाना पुलिस तत्काल भैंसी जा पहुंची और बरातियों को बचाया, अन्यथा ग्रामीणों का गुस्सा बरातियों की जान भी ले सकता था।
बरातियों को बचाने में पुलिस के छूटे पसीने
गांव भैंसी में बरातियों को बदमाश समझ मार डालने पर आतुर गुस्साए ग्रामीणों से उन्हें बचाने के लिए थाना पुलिस को एडी-चोटी का जोर लगाना पड़ा। एकबारगी तो थाना पुलिस ग्रामीणों का उग्र रूप देख पीछे हट गई थी, लेकिन बाद में पुलिस ने उन्हें जैसे-तैसे कर भीड़ से बाहर खींचकर उनकी जान बचाई। इस खींचतान में कई पुलिसकर्मियों के साथ भी गुस्साए ग्रामीणों की नोकझोंक हो गई।
जीटी रोड पर आधा घंटे रहा जाम
गांव भैंसी में हमलावरों को बचाने से गुस्साए ग्रामीणों ने जीटी रोड पर आकर जाम लगा दिया। यहां करीब आधा घंटे जाम लगा रहा, जिसके बाद सीओ राकेश सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को वास्तुस्थिति से अवगत कराते हुए उन्हें समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। इस दौरान राहगीर काफी परेशान रहे।
सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी पुलिस
गांव भैंसी के निकट सीएनजी पंप पर हुई घटना की जांच के लिए पुलिस पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। दरअसल, पंप मैनेजर जतिन जोशी द्वारा बालैनी निवासी हमलावरों के खिलाफ मारपीट के साथ ही लूट की भी तहरीर दी गई है, जिसके चलते पुलिस गंभीरता से पूरे मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई है।