मुजफ्फरनगर। उच्च प्राथमिक विद्यालय दाहौड़ के प्रधानाध्यापक और आरोपी अनुदेशक को बीएसए ने नोटिस दिया है। हिंदू बच्चों पर नमाज पढ़ने का दबाव बनाने के मामले में दोनों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। मामले की जांच खतौली के खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई है। खतौली क्षेत्र के गांव दाहौड़ स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात अंशकालिक अनुदेशक मोहम्मद साजिद सैफी पर हिंदू बच्चों को नमाज पढ़ने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगा था। इस मामले में पीड़ित छात्र के परिजनों ने बीएसए को शिकायत की थी।
बीएसए शुभम शुक्ला ने बृहस्पतिवार को प्रधानाध्यापक चंद्रकांत सहगल और आरोपी अनुदेशक साजिद सैफी को स्पष्टीकरण के लिए नोटिस दिया है। उन्होंने तीन दिन में जवाब देने की बात कही है। बीएसए ने नोटिस में कहा कि अनुदेशक के माध्यम से हिंदू बच्चों को नमाज पढ़ने के लिए दबाव बनाया जाता है, जो अवैधानिक व अनैतिक कृत्य है। ऐसे में वह अपने साक्ष्यों सहित स्पष्टीकरण तीन दिन के भीतर बीईओ को दें।
प्रधाध्यापक को नोटिस देकर कहा कि अनुदेशक की ओर से इस तरह के कृत्य को लेकर उन्होंने कभी उच्चाधिकारियों को सूचित नहीं किया। ना ही अनुदेशक को कोई नोटिस दिया गया। बीएसए ने कहा कि प्रधानाध्यापक ने अनुदेशक के नवीनीकरण ना करने की शिकायत में भी इस मामले का कोई उल्लेख नहीं किया। इससे प्रतीत होता है कि प्रधानाध्यापक अपने पदीय दायित्वों का सही ढंग से निवर्हन नहीं किया जा रहा है। ऐसे में उन्हें तीन दिन के भीतर साक्ष्यों सहित स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं।
बीएसए ने कहा कि दोनों के स्पष्टीकरण मिलने बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। इस पूरे प्रकरण की जांच खंड शिक्षा अधिकारी खतौली पंकज अग्रवाल को सौंपी गई है।