

योगी सरकार के मंत्री और पुलिस अधिकारी भले ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लाख दावे करते हो लेकिन, पश्चिमी यूपी में हुई ताबड़तोड़ हत्याओं ने दावों की पोल खोलकर रख दी है। पश्चिमी यूपी में बदमाश बेखौफ हैं और दिनदहाड़े वारदात को अंजाम दे रहे हैं। जहां मुजफ्फरनगर जिले में बदमाशों ने दो दिनों में दो लोगों की हत्या कर डाली तो वहीं सहारनपुर जनपद में आज यानी गुरुवार सुबह बदमाशों ने दो सगे भाइयों को मौत के घाट उतार दिया। दोनों जिलों में पुलिस तीनों घटनाओं की जांच में जुटी है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इन तीनों घटनाओं का खुलासा किया जाएगा।

हत्यारों ने दोनों युवकों को रोकने के बाद सीधे की फायरिंग
मुजफ्फरनगर में दिल्ली-देहरादून हाईवे पर बुधवार देर रात हुई पब्लिक शूटआउट की घटना ने हाईवे पर पुलिस गश्त के साथ ही थाना पुलिस की मुस्तैदी पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। थाने से सिर्फ सौ मीटर की दूरी पर बाइक सवार दो बदमाश पैदल जा रहे दो युवकों पर फायरिंग कर फरार हो गए और थाना पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। शोर मचाने पर राहगीरों ने पुलिस को घटना की सूचना दी, जिसके बाद थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायल नरेश व सुदर्शन को जिला अस्पताल भेजा, जहां नरेश को मृत घोषित कर दिया गया।

एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि हत्यारे जो भी थे, उनका सीधा मकसद नरेश की हत्या करना था। प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया है कि रेस्टोरेंट से पैदल लौट रहे दोनों युवकों से किसी भी तरह की लूटपाट की कोशिश नहीं की गई। उनके मोबाइल और जेब के रुपये जस के तस मिले हैं। घायल सुदर्शन का भी यही कहना है कि बाइक सवार दोनों बदमाशों ने पीछे से आकर उन्हें रोका और उन्हें नीचे गिराकर सीधे फायरिंग कर दी। फायरिंग में नरेश को दो और सुदर्शन को एक गोली पैर में लगी, जिसके बाद हमलावर वहां से फरार हो गए। एसएसपी ने बताया कि मामले में कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। दोनों युवकों के साथ पिछले कुछ समय में किसी से विवाद या रंजिश होने की संभावनाओं को भी तलाशा जा रहा है।

हाईवे पर गोली मारकर हत्या
दिल्ली-देहरादून हाईवे, जहां औसतन हर मिनट 21 वाहन निकलते हैं, वहां दिनदहाड़े एक युवक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई और थाना पुलिस पूरी तरह अनभिज्ञ रही। घटना के करीब एक घंटा बाद पुलिस को किसी राहगीर ने सड़क किनारे शव पड़ा होने की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।

शहर के मोहल्ला खादरवाला निवासी डॉ. अजय गोयल के इकलौते बेटे अर्पित गोयल की दिल्ली-दून हाईवे पर दिनदहाड़े हुई दुस्साहसिक हत्या ने छपार थाना पुलिस की मुस्तैदी की कलई खोल दी है। छपार थाने से महज डेढ़ किलोमीटर दूर बाइक सवार युवक की दिनदहाड़े चार गोलियां मारकर हत्या कर दी गई और न तो थाना पुलिस को इसकी भनक लगी और न ही डायल-112 मौके पर पहुंची। सनसनीखेज हत्या के करीब एक घंटा बाद शाम 4.30 बजे किसी राहगीर ने सड़क किनारे बाइक व युवक के पड़े होने की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद डायल-112 व थाना पुलिस मौके पर पहुंची। वहां युवक की गोली मारकर हत्या होने की पुष्टि के बावजूद कार्रवाई के बजाये थाना पुलिस इस घटना को करीब एक घंटे तक आला अफसरों और मीडिया सभी से छिपाने का प्रयास करती रही।
शाम करीब 5.30 बजे युवक के पास मिले बैग में मिले कागजात के आधार पर शव की शिनाख्त होने के बाद थाना पुलिस हरकत में आई, जिसके बाद अफसरों में हड़कंप मच गया। एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने मोर्चरी और एएसपी कृष्णा विश्नोई ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। थाना पुलिस की लापरवाही से हाईवे पर इतनी बड़ी घटना होने के बाद आला अफसर अब जल्द हत्या का खुलासा करने का दावा कर रहे हैं।
घर का इकलौता बेटा था अर्पित
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला खादरवाला निवासी डॉ अजय गोयल मोहल्ले में ही क्लीनिक चलाते हैं। उनके परिवार में पत्नी नीरा, बेटी आयुषि और इकलौता बेटा अर्पित गोयल हैं। बड़ी बेटी आयुषि की गत मार्च को ही रुड़की निवासी युवक से शादी हुई है। इकलौता बेटा अर्पित बेहद मिलनसार और हंसमुख स्वभाव का था, जो इंटरमीडिएट करने के बाद नर्सिंग का कोर्स कर रहा था। इसके साथ ही वह करीब दो साल से पार्टटाइम जॉब करते हुए केडबरी इंडिया से जुड़ा हुआ था। युवक की हत्या से मोहल्ला खादरवाला में भी शोक व्याप्त है।
दो सगे भाइयों की हत्या
सहारनपुर जनपद में गंगोह के मोहनपुरा गांव में देवस्थान पर पूजा करने गए दो सगे भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों पर धारदार हथियारों से भी हमला किया गया। वारदात से गांव में सनसनी फैल गई। एसएसपी सहित कई अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की। घटना के खुलासे के लिए फोरेंसिक टीम और डॉग स्कवॉड की मदद की गई। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। दोनों भाई ज्योतिषी थे और रोजाना की तरह पूजा करने गए थे।
कोतवाली क्षेत्र के गांव मोहनपुरा निवासी पुन्नू भगत (50) व उनका छोटा भाई लीलू भगत (40) गुरुवार की सुबह खेत पर बने देवस्थान और बागड़धाम पर पूजा करने गए थे। पुलिस के मुताबिक, वहां पहले से ही घात लगाए बैठे आरोपियों ने दोनों भाइयों पर उस समय गोली चलाई, जब वह पूजा में लीन थे। लीलू को गोली लगते ही पुन्नू भगत गांव की ओर भागा, लेकिन आरोपियों ने कुछ ही दूरी पर गाजर के खेत में उसे घेरकर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। जिससे वह गिर पड़ा, इसके बाद गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। दोनों भाई जब काफी देर तक घर नहीं लौटे तो तीसरा भाई मुन्नू खेत पर गया। दोनों भाइयों के शव पड़े देखकर उसके पैरों तले की जमीन खिसक गई। बदहवास हालत में उसने ग्रामीणों और पुलिस को जानकारी दी। एसएसपी आकाश तोमर, एसपी देहात अतुल शर्मा, सीओ रिजवान अहमद, एसओजी टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। वारदात के खुलासे के लिए फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया गया, जिन्होंने वारदात से संबंधित साक्ष्य जुटाए।
वहीं विधायक कीरत सिंह, भाजपा जिला उपाध्यक्ष चौधरी सतपाल सिंह, मुकेश राणा, संजय चौधरी, जिला पंचायत रामदास ने मौके पर पहुंचकर जल्द खुलासे की मांग की। दोनों भाइयों की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराकर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
