मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् के सभासद परवेज आलम एडवोकेट ने अब विधानसभा चुनाव 2022 में मैदान में उतरने की पूरी तैयारी कर ली है। आज उन्होंने समाजवादी पार्टी को छोड़कर आजाद समाज पार्टी ;कांशीरामद्ध की सदस्यता ग्रहण की। इसके साथ ही पार्टी हाईकमान के निर्देश पर सभासद परवेज आलम को मुजफ्फरनगर सदर विधानसभा प्रभारी घोषित किया गया है।

मेरठ रोड स्थित होटल गोल्डन इन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान आजाद समाज पार्टी ;कांशीरामद्ध के जिलाध्यक्ष जगदीश पाल ने बताया कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में पार्टी मजबूती के साथ मैदान में उतर रही है। इसके लिए पार्टी के साथ सभी को जोड़ा जा रहा है। पार्टी बहुजन समाज के साथ ही मुस्लिम समाज के हितों को लेकर भी संघर्ष किया जा रहा है। इस विधानसभा चुनाव में पार्टी भी अपनी तैयारी में जुटी हुई है। उन्होंने बताया कि आज मुख्य मंडल प्रभारी सहारनपुर राकेश मौर्य की संस्तुति पर आजाद समाज पार्टी ;कांशीरामद्ध के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार चित्तौड़ के आदेश पर समाजवादी पार्टी को छोड़कर आये परवेज आलम को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई गई।

इसके साथ ही जिलाध्यक्ष जदगीश पाल ने परवेज आलम को पार्टी का मुजफ्फरनगर सदर विधानसभा सीट से प्रभारी भी घोषित किया और फूल माला के साथ ही पार्टी का नीले रंग का पटका पहनाकर स्वागत किया। जगदीश पाल ने बताया कि सभासद परवेज आलम नगरपालिका परिषद् के शहर के वार्ड संख्या 35 से निर्वाचित सभासद हैं और वर्तमान में वह समाजवादी पार्टी में कार्य कर रहे थे। अब वह चन्द्रशेखर आजाद के विचारों और समाज को जोड़ने की उनकी नीतियों से प्रभावित होकर सपा को छोड़ हमारे साथ आये हैं। इस अवसर पर सभासद परवेज आलम ने कहा कि वह चंद्रशेखर आजाद की नीतियों से प्रभावित हैं। उन्होंने बहुजन समाज के साथ ही मुस्लिम समाज के लोगों पर इस सरकार में हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने का काम किया है। समाज को जोड़ने की नीति से ही हम विकास के पथ पर अग्रसर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह भारत रत्न भीमराव अम्बेडकर और कांशीराम की विचारधारा से भी प्रभावित हैं और उनके आदर्श अपनाकर पार्टी को मजबूत बनाने के लिए कार्य किया जायेगा।

प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष जगदीश पाल के अलावा, राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य मनोज कुमार जयंत, बोबी गुर्जर, पश्चिमी जोन प्रभारी संजीव पाल, महासचिव बबलू चौधरी, जिला प्रभारी ओम कुमार, संदीप कटारिया, नरेन्द्र पाल फौजी, भूपेन्द्र आर्य सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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