गांव भौराकलां निवासी तरेशपाल पुत्र मायाराम के मोबाइल फोन पर शनिवार को कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने रिश्तेदार का करीबी बताते हुए इमेरजेंसी में रुपये की आवश्यकता बताई। इस दौरान उसने खुद को किसी बीमारी से जान का खतरा बताया। इसके बाद तरेशपाल ने उसे एक लाख रुपये भेज दिए।
पीड़ित तरेशपाल ने बताया कि उसने बिना सोचे समझे उसे एक लाख रुपये पेटीएम के जरिए भेज दिए। इसके बाद पता चला कि वह साइबर ठगी का शिकार हो गया है। वहीं पूछताछ किए जाने पर उसका शक सही निकला। इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। वहीं साइबर सेल की टीम ने पेटीएम को मामले से अवगत कराया और पीड़ित किसान के एक लाख रुपये वापस कराए।
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